कोरोना के दो संदिग्ध मरीज नागरिक अस्पताल में भर्ती, जांच को भेजे नमूने

नागरिक अस्पताल में कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए रोहतक पीजीआइ भेज दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Mar 2020 06:58 PM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 06:14 AM (IST)
कोरोना के दो संदिग्ध मरीज नागरिक अस्पताल में भर्ती, जांच को भेजे नमूने
कोरोना के दो संदिग्ध मरीज नागरिक अस्पताल में भर्ती, जांच को भेजे नमूने

जागरण संवाददाता, नारनौल : नागरिक अस्पताल में कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए रोहतक पीजीआइ भेज दिए गए हैं। वहां से दो दिन में रिपोर्ट आने पर पता चल सकेगा कि यह कोरोना पॉजीटिव हैं या नहीं। इनमें से एक केरल तो एक गुरुग्राम से आया है। सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार ने लोगों से न ही घबराने और न ही डरने की बात कही है।

नागरिक अस्पताल नारनौल में सोमवार को दो युवकों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए भर्ती किया गया है। उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। इनमें से एक नारनौल शहर का है और वह कुछ दिन पहले ही केरल से लौटा है। वह केरल में एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। चिकित्सकों के मुताबिक यहां आने के पश्चात उक्त युवक ने अपने कंपनी के साथियों से पता किया तो उनमें से कुछ पॉजीटिव मिले। जिस पर युवक ने खुद का भी यह टेस्ट कराने का निर्णय लिया। युवक इतना जागरूक है कि नारनौल आने के बाद भी वह अपने परिवार के साथ नहीं रहा। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने उसकी मांग पर उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया।

इसी प्रकार महेंद्रगढ़ के पास के एक गांव का रहने वाला युवक गत 14 से 18 मार्च तक गुरुग्राम होकर आया था। वह अस्वस्थ हुआ तो नागरिक अस्पताल के फ्लू कॉर्नर में पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसके स्वास्थ्य को संदिग्ध मानते हुए उसकी कोरोना जांच का परामर्श देते हुए अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कर लिया। दोनों युवकों की उम्र करीब 25-26 साल बताई गई है। दोनों ही अस्पताल में भर्ती हैं और उनका आइसोलेशन वार्ड में उपचार शुरू कर दिया गया है। वर्जन :

दोनों मरीजों की बीमारी को संदिग्ध मानते हुए जांच एवं उपचार के लिए भर्ती किया गया है। जांच के नमूने ले लिए गए हैं और उन्हें जांच के लिए रोहतक भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि इन्हें कोरोना है या साधारण बीमारी है। फिलहाल इनका उपचार शुरू कर दिया गया है और किसी को घबराने या डरने की जरूरत नहीं है।

- डा. अशोक कुमार, सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग, नारनौल।

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