बलिदानी पुलिसकर्मियों को किया याद, दी श्रद्धांजलि

पुलिस स्मृति दिवस पर देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को किया गया याद।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:31 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:31 PM (IST)
बलिदानी पुलिसकर्मियों को किया याद, दी श्रद्धांजलि
बलिदानी पुलिसकर्मियों को किया याद, दी श्रद्धांजलि

जागरण संवाददाता, नारनौल : पुलिस स्मृति दिवस पर देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की याद में शहीद दिवस परेड का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महेंद्रगढ़ पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने देश में अपने कर्तव्य के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, साथ ही एडिशनल एसपी और सभी डीएसपी और पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

नारनौल पुलिस लाइन में शहीदों की याद में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। पुलिस लाइन में मौजूद अमर जवान स्मारक शहीदों को याद कर सलामी के साथ श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस स्मृति दिवस पूरे भारत में हमारे पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के प्रति आभार जताने का दिन है। हम देशसेवा में शहीद हुए सभी पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देते हैं। उनके बलिदान और सेवा को हमेशा याद किया जाएगा।

पुलिस लाइन नारनौल में शहीद स्मारक पर पुलिस झंडा दिवस व पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन प्रात: आठ बजे किया गया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन, एडिशनल एसपी, डीएसपी कनीना, डीएसपी हेड क्वार्टर और जिले के सभी अधिकारियों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए और पुलिस फ्लैग डे मनाया गया। इसके अतिरिक्त प्रबंधक अफसर थाना शहर नारनौल द्वारा शहीद रघुनंदन की वीरांगना को उनके घर जाकर मोमेंटो व शाल भेंट कर सम्मानित किया तथा प्रबंधक अफसर कनीना द्वारा शहीद सूबे सिंह की वीरांगना को उनके गांव जाकर मोमेंटो और शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।

परेड से दी गई वीर जवानों को सलामी : इस दौरान पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन, एडिशनल एसपी सिद्धांत जैन, नारनौल हैड क्वार्टर डीएसपी जितेंद्र, कनीना डीएसपी राजीव सहित वाहन पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। परेड कर शहीद हुए वीर जवानों को सलामी दी गई।

इस साल 377 अधिकारी-कर्मचारी हुए शहीद : इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक सितंबर, 2020 से 31 अगस्त, 2021 तक पूरे देश में पुलिस विभाग के जितने अधिकारी-कर्मचारी शहीद हुए हैं या ड्यूटी के दौरान निधन हो गया, उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस साल पूरे देश में 377 अधिकारी-कर्मचारी शहीद हुए हैं, जिनके नामों का वचन कर श्रद्धांजलि दी गई।

बलिदान को याद करते हुए मनाया जाता है यह दिवस : हमारे देश में सुरक्षाबलों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के शौर्य और बलिदान का इतिहास भी किसी से कम नहीं है। साल 1959 में पुलिसकर्मी चीनी सैनिकों की गोलियां सीने पर खाकर शहीद हुए थे। देश की सेवा के लिए सैनिकों ने जो बलिदान दिया था, उसी की याद में हर साल यह पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। बाक्स

क्या हुआ था उस दिन

21 अक्टूबर, 1959 को 10 पुलिसकर्मियों ने अपना बलिदान दिया था। उस वक्त तिब्बत के साथ भारत की 2,500 मील लंबी सीमा की निगरानी भारतीय पुलिस के हवाले थी। 20 अक्टूबर को पुलिसकर्मियों की एक टोली लापता हो गई थी। अगले दिन इसकी तलाश में दूसरी टुकड़ी निकली। इसमें करीब 20 पुलिसकर्मी थे। जब ये टुकड़ी अपने लापता साथियों की तलाश कर रहे थे, उस वक्त चीनी सैनिकों ने पहाड़ी से गोलीबारी शुरू कर दी। भारतीय पुलिसकर्मी निहत्थे थे। इस हमले में 10 पुलिसकर्मी शहीद, जबकि सात जख्मी हो गए थे।

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