निजी स्कूलों को पछाड़ रहा है कनीना का सरकारी स्कूल

स्टेडियम तथा सभी सुविधाओं से युक्त कनीना का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय न केवल भवन के मामले में अपितु बेहतरीन पार्क एवं पेड़ पौधों के बारे में जाना जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 04:45 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 04:45 PM (IST)
निजी स्कूलों को पछाड़ रहा है कनीना का सरकारी स्कूल
निजी स्कूलों को पछाड़ रहा है कनीना का सरकारी स्कूल

संवाद सहयोगी, कनीना: स्टेडियम तथा सभी सुविधाओं से युक्त कनीना का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय न केवल भवन के मामले में अपितु बेहतरीन पार्क एवं पेड़ पौधों के बारे में जाना जाता है। यहां हजारों जिला शिक्षा अधिकारी, डाक्टर, वकील, प्रोफेसर लेक्चरर, प्राध्यापक,पत्रकार पढ़कर निकले हैं। 1984 में बणी(जंगल) में यह विद्यालय तैयार किया गया था। तत्पश्चात लगातार अपनी बुलंदियों को छूता जा रहा है। विद्यालय में जहां बस स्टैंड के पास स्कूल का स्टेडियम भी है, जहां समय-समय पर विभिन्न खेल कूद एवं अन्य गतिविधियां आयोजित होती रहती हैं। इस विद्यालय में जहां पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की न्यू एजूकेशन पालिसी 1986 के तहत कक्षाएं शुरू की गई थी। विद्यालय में दो समानांतर लाइनों में बेहतरीन 22 कमरे निर्मित हैं। सुसज्जित लाइब्रेरी में हजारों पुस्तकें रखी हुई हैं, जो विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ा रही हैं। स्वर्गीय दीपचंद ने विद्यालय में अशोका के पेड़ लगाए थे, जो इसकी सुंदरता को चार चांद लगा रहे हैं। स्कूल कैंपस को चार बराबर भागों में बांटा गया है, जिनमें घास के लान बने हुए हैं, वहीं एक भाग में कक्षाएं तथा एक भाग में प्रार्थना एवं सभाएं आयोजित की जाती हैं। बाबा मोलड़नाथ सत्संग मंडल की ओर से बहुत बड़ा हाल भी यहां निर्मित किया गया है, जहां खंड भर के विद्यालयों की मीटिग आयोजित होती रहती हैं। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भी इस विद्यालय भवन के पीछे बना हुआ है। जहां विद्यालय में बास्केटबाल का बहुत पुराना खेल का मैदान है। दिव्यांग विद्यार्थियों (सीडब्ल्यूएसएन)का खंड स्तर का केंद्र है, जिनके लिए अन्य विद्यार्थियों से अलग शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। वर्तमान में इस विद्यालय को माडल संस्कृति का दर्जा दिया हुआ है तथा अब इसे सीबीएसई से मान्यता दी जा रही है। इस विद्यालय की नींव संत शिरोमणि बाबा खेतानाथ ने रखी थी।

यहां विद्यालय में दो अलग ट्रेड आइटी तथा पीसीए(पेसेंट केयर अटेंडेंट) सरकार एवं शिक्षा विभाग शुरू किए हुए हैं। लीगल लिटरेसी क्लब बना हुआ है, वहीं बालिका मंच भी गठित किया हुआ है। विद्यालय में एनसीसी एवं एनएसएस, विज्ञान क्लब बने हुए हैं। इस विद्यालय में जहां वर्तमान में 400 के करीब विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे, वहीं 50 के करीब प्राचार्य काम कर चुके हैं। इस विद्यालय के बाहर के मुख्य द्वार पर पेंटिग तथा अंदर जिस ढंग से पेंटिग की हुई है वह भी आकर्षण का केंद्र है।

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