एसयूसीआइ की जिला कमेटी की बैठक में खाद संकट पर चितन
एसयूसीआइ की जिला कमेटी की बैठक रविवार को नारनौल पार्टी कार्यालय में जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
जागरण संवाददाता, नारनौल: एसयूसीआइ की जिला कमेटी की बैठक रविवार को नारनौल पार्टी कार्यालय में जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश की अध्यक्षता में
संपन्न हुई। बैठक में जिला भर में खाद की भारी संकट से किसानों को हो रही परेशानी पर कामरेड ओमप्रकाश ने चिता व्यक्त करते हुए पर्याप्त मात्रा में सरकार से खाद उपलब्ध कराने की मांग की। बाजरे की सरकारी खरीद शुरू नहीं करने पर बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि किसानों
का एक-एक दाना खरीदने का प्रचार करने वाली सरकार का असली चेहरा उजागर हो गया है। कृषि विरोधी तीन कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को भ्रमित करने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री ने कहा था कि एमएसपी न्यूनतम समर्थन मूल्य था, है और रहेगा का भ्रामक प्रचार कर
किसानों को गुमराह करने का काम किया है। सरकार का किसान मजदूरों के हितों से कोई सरोकार नहीं है। कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि खेती के नाम पर लाए गए तीन कृषि कानून व बिजली बिल पूंजीपतियों के स्वार्थ में लाए गए हैं। कानून किसानों के हाथ से उनकी जमीन व उप•ा दोनों
छीनने के कानून हैं। सरकार को कृषि विरोधी तीनों कानून व बिजली बिल वापस लेने होंगे। बैठक में राज्य के कृषि मंत्री के बयान की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि राज्य में खाद का कोई संकट नहीं है। अटेली व नांगल चौधरी की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार मजबूर किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई का सहारा लेकर खाद न देकर मुकदमे बना कर किसानों की आवाज दबाने का काम कर रही है। इस अवसर पर मास्टर सूबे सिंह, मास्टर बिजेंद्र सिंह, शेर सिंह, छाजूराम रावत व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।