बहनों ने बांधी प्रेम की डोर

भाई बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व जिला भर में धूमधाम से मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 05:23 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 05:23 PM (IST)
बहनों ने बांधी प्रेम की डोर
बहनों ने बांधी प्रेम की डोर

जागरण संवाददाता, नारनौल:

भाई बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व जिला भर में धूमधाम से मनाया गया। इस बार का रक्षाबंधन विशेष संयोग और सुरक्षा से परिपूर्ण रहा। कोरोना काल में बहुत से भाइयों की कलाई डाक से भेजी गई राखियों से बंधी तो बहनें होते हुए भी कुछ भाइयों की कलाई सूनी रहीं। बहुत सी बहनों और भाइयों ने मास्क पहनकर, सैनिटाइजर का छिड़काव करने के बाद रक्षासूत्र बांधने की रस्में निभाईं गईं। शहर के ज्यूडिशियल स्टाफ कॉलोनी निवासी सुजाता शर्मा ने अपने भाई प्रकाश को मास्क पहनकर, हाथों को सैनिटाइज करने के बाद रक्षासूत्र बांधकर सुख समृद्धि की कामना की। उनका कहना था कि इस बार रक्षाबंधन पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। इसी प्रकार अन्य घरों में छोटे बच्चों को भी हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही राखी बांधने दिया गया। कुछ भाइयों ने बहनों को उपहार के रूप में सैनिटाइजर और मास्क भी भेंट किए। सुबह सात बजे से ही खुल गए थे बाजार:

रक्षाबंधन के चलते सोमवार को बाजार में कई दुकानें सुबह सात बजे से ही खुलने आरंभ हो गए थे। राखियों, मिठाई और फलों की दुकानें सुबह से ही खुल गईं थी। लोगों की सुबह से ही आवागमन आरंभ होने से फल, राखियां और अन्य सामान खरीदने से दुकानदारों ने खुशी प्रकट की। प्रशासन की ओर से त्योहार के मद्देनजर इस बार रविवार को भी दुकान खोलने की छूट दी थी। इसलिए पूरा सप्ताह बाजार में रौनक छाई रही।

निजी और सरकारी वाहनों की भी रही चहल पहल:

सोमवार को सुबह से देर शाम तक हरियाणा रोडवेज के साथ निजी वाहनों में लोगों का आवागमन लगा रहा। बस अड्डा में भी सुबह से ही विभिन्न स्थानों की ओर जाने के लिए यात्रियों का पहुंचना आरंभ हो गया था। यात्रियों की संख्या के आधार पर विभिन्न रूटों पर बसों का संचालन किया गया। इस बार सरकार की ओर से महिलाओं के निश्शुल्क यात्रा सुविधा नहीं दी गई थी। इसके बावजूद काफी संख्या में महिलाओं ने किराया देकर यात्रा की। पिछले साल की तुलना में वह भीड़ तो नहीं थी लेकिन आम दिनों की अपेक्षा सोमवार को यात्रियों की संख्या अधिक रही। हरियाणा रोडवेज के साथ राजस्थान परिवहन सेवा, सहकारी समितियों की निजी बसों में भी यात्रियों ने यात्रा की। इसके अलावा बहुत से लोग अपने निजी वाहनों से भी सफर करते नजर आए।

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