शारीरिक शिक्षक परिवार सहित देंगे गिरफ्तारी

बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का पुन सेवा बहाली की मांग को लेकर क्रमिक अनशन जारी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:46 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:13 AM (IST)
शारीरिक शिक्षक परिवार सहित देंगे गिरफ्तारी
शारीरिक शिक्षक परिवार सहित देंगे गिरफ्तारी

जागरण संवाददाता, नारनौल :

बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का पुन: सेवा बहाली की मांग को लेकर क्रमिक अनशन मंगलवार 58वें दिन नारनौल की चितवन वाटिका में जारी रहा। संघर्ष समिति के जिला प्रधान आशीष यादव के नेतृत्व में जारी अनशन में आज अनिल कुमार, सुरेंद्र सिंह, संतोष कुमार और रघुवीर अनशन पर बैठे। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में रिक्त पदों बारे दी गलत जानकारी देने व कमजोर पैरवी करने की वजह से पीटीआई सुप्रीम कोर्ट में केस हारे हैं। अब सरकार बर्खास्त पीटीआई की सेवा बहाली के सभी विकल्पों पर गंभीरता से विचार करने की बजाय अपने कृत्यों पर पर्दा डालने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि नई भर्ती के लिए 23 अगस्त को रखे गए टेस्ट को रद करवाने और पीटीआई की सेवा बहाली को लेकर बर्खास्त पीटीआई प्रदेशभर में परिवारों सहित सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केस की सुनवाई के अंतिम दौर में सरकार से राज्य में पीटीआई के रिक्त पदों के बारे में जानकारी मांगी थी। ताकि 68 याचिकाकर्ताओं को रिक्त पदों पर एडजस्ट कर पीटीआइ भर्ती को रेगुलराइज किया जा सके, लेकिन सरकार के निर्देश पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 29 जनवरी 2020 को सुप्रीम कोर्ट में पीटीआई का कोई भी पद रिक्त न होने का हलफनामा दाखिल किया गया। जबकि आरटीआइ से मिली जानकारी के अनुसार 1 जनवरी 2020 को 1612 पद टीजीटी फिजिकल एजुकेशन के पद रिक्त थे। सरकार की इस गलत जानकारी देने के कारण और केस को मजबूती से डिफेंड न करने के कारण ही आज 1983 पीटीआई सड़कों पर धक्के खा रहे हैं। इसीलिए पीड़ित पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की है। जिस पर अंतिम फैसला आना बाकी है। जब तक सरकार ने नई भर्ती प्रक्रिया को रोकना चाहिए। इस मौके पर रमेश पराशर, रामनिवास सेहलंगिया, महेंद्र सिंह बोयत, कौशल कुमार, धर्मपाल शर्मा, रमेश कुमार, दिनेश यादव आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी