मंदिरों में नहीं निकलेंगी झांकियां

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इस बार मंदिरों में झांकियां नहीं निकलेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:37 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:13 AM (IST)
मंदिरों में नहीं निकलेंगी झांकियां
मंदिरों में नहीं निकलेंगी झांकियां

जागरण संवाददाता, नारनौल:

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इस बार मंदिरों में झांकियां नहीं निकलेंगी। कोरोना काल की वजह से मंदिरों में केवल पूजा अर्चना और प्रसाद वितरित किया जाएगा। प्रशासन की ओर से किसी प्रकार के बड़े आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। श्रद्धालु व्रत करने के बाद बुधवार शाम को पूजा अर्चना कर प्रसाद ग्रहण करेंगे। किसी भी मंदिर में इस बार बड़े आयोजन की तैयारी नहीं है।

नियमों में बंध कर वितरित किया जाएगा प्रसाद:

संवाद सहयोगी, कनीना : ठाकुर मंदिर कनीना में नियमों में बंध कर जन्माष्टमी को प्रसाद वितरित किया जाएगा। कंवरसेन वशिष्ठ ने बताया कि शारीरिक बनाकर प्रसाद वितरित किया जाएगा। जन्माष्टमी पर मंदिर में हर वर्ष प्रसाद वितरित होता है। प्रसाद वितरण में जहां हर वर्ष अनेक श्रद्धालु आते हैं, कितु इस बार नियमों के अनुसार ही उन्हें आना पड़ेगा तथा सभी नियमों का पालन करने पर ही होने पर प्रसाद किया जाएगा।

अधिकांश मंदिरों में इस बार फीका रहेगा उत्सव :

बुधवार 12 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को याद किया जाता है, कितु इस बार विभिन्न मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व फीका रहने की संभावना है। कोरोना के चलते जहां लोग रोग से भयभीत हैं। इसलिए अपने घरों में ही प्रसाद बनाने का कार्य चलेगा। कस्बा कनीना में करीब आधा दर्जन स्थानों पर रात्रि 12 बजे जन्माष्टमी को प्रसाद वितरित किया जाता है जिसे चरणामृत कहते हैं। इस चरणामृत का भाग लगाकर व्रत खोला जाता है, कितु इस बार बहुत कम स्थानों पर ही पर्व के दौरान भजन एवं प्रसाद वितरित किया जाएगा। जहां प्रसाद वितरण होगा वहां नियमों में बंद कर प्रसाद वितरित किया जाएगा। ऐसे में अपने ही घरों में प्रसाद बनाने की तैयारियां चल रही है। वैसे तो हर वर्ष ही बहुत से घरों में रात्रि के 12 बजे घर से बाहर नहीं जा सकने वाली महिलाएं अपने घर में ही प्रसाद का निर्माण करती है कितु इस वर्ष तो अधिक संख्या में प्रसाद निर्माण अपने घर पर ही किया जाएगा। महिलाएं कांता, सुनीता, संतरा, शकुंत, शांति आदि ने बताया कि वह प्रसाद का निर्माण अपने घर पर ही करेंगी और प्रसाद को रात्रि 12 बजे जन्माष्टमी पर प्रयोग करेंगी।

chat bot
आपका साथी