पोर्टल में सेंधमारी: नागरिक अस्पताल की आईडी हैक कर 168 फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बना डाले
जिले में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भी बन रहे हैं। साइबर अपराधी सरकार द्वारा विकसित सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल में सेंधमारी कर फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहे हैं।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: जिले में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भी बन रहे हैं। साइबर अपराधी सरकार द्वारा विकसित सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल में सेंधमारी कर फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहे हैं। जी हां, ऐसा ही एक मामला महेंद्रगढ़ शहर के नागरिक अस्पताल में देखने को मिला है।
साइबर अपराधियों ने नागरिक अस्पताल की जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रार कार्यालय में आनलाइन रजिस्ट्रेशन सीआरएस पोर्टल की आईडी और पासवर्ड हैक कर 147 जन्म प्रमाण पत्र और 21 मृत्यु के फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार कर डाले। इस पोर्टल की आईडी अगस्त में हैक हो गई और 7 दिन तक यह आईडी हैक रहीं। इस मामले को लेकर शहर थाने में शिकायत दी गई है। शिकायत के आधार पर हैकर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस की साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस में यह दी शिकायत
जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रार कार्यालय के रजिस्ट्रार ने शहर थाने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि संस्था के सूचना सहायक द्वारा पोर्टल पर अंतिम बार चार अगस्त को मृत्यु रजिस्ट्रेशन दर्ज किया गया था। तब तक पोर्टल पर जन्म रजिस्ट्रेशन नंबर बी- 2021: 6-90148-000477 व मृत्यु रजिस्ट्रेशन नंबर डी- 2021: 6-90148-000111 दर्ज था। इसके उपरांत जब छह अगस्त को दोबारा से जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन-सरल पोर्टल की अप्लीकेशन के निपटारे के लिए सीआरएस पोर्टल पर सीआरएस आईडी को लाग-इन किया गया तब स्क्रीन पर पासवर्ड गलत का मैसेज दिखाया गया। 10 अगस्त व 11 अगस्त को जिला रजिस्टार नारनौल को इमेल के माध्यम से सीआरएस आईडी के लाग-इन नही होने के बारे एवं आईडी लाग-इन करवाने ते बारे में सूचित किया गया। इसके उपरांत 11 अगस्त को इमेल के माध्यम से पासवर्ड रिसेट की सूचना प्राप्त हुई। सुबह आफिस पहुंचने पर सूचना सहायक द्वारा सीआरएस आईडी लाग-इन करने के उपरांत जन्म-रजिस्ट्रेशन किया गया तब जन्म-रजिस्ट्रेशन में 147 रजिस्ट्रेशन पाए गए एवं नंबर बी- 2021 : 6-90148-000478 टू बी- 2021: 6-90148-000624 मृत्यु रजिस्ट्रेशन में 21 रजिस्ट्रेशन से ज्यादा पाए गए। उन्होंने इस आनलाइन हैकिग एवं फर्जी जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रेशन दर्ज करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।