पुलिस ने दुकान बंद कर लगाई गारद, दुकानदारों ने विरोध जताया

पूर्व डीजीपी डकैती मामले में पुलिस ने बजाजा बाजार स्थित एक कपड़े की दुकान को बंद कर दिया है। दुकान बंद करने के बाद पुलिस ने एक सिपाही की ड्यूटी भी वहां पर लगाई है। पुलिस की इस कार्रवाई से बजाजा बाजार के व्यापारियों ने विरोध जताया। सूचना पर डीएसपी विनोद कुमार मौके पर पहुंचे व लोगों को समझाने की कोशिश की। लोगों को समझाने की कोशिश लेकिन नहीं माने पुलिस ने कानूनी कार्रवाई का हवाला दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 08:23 PM (IST) Updated:Wed, 22 May 2019 06:38 AM (IST)
पुलिस ने दुकान बंद कर लगाई गारद, दुकानदारों ने विरोध जताया
पुलिस ने दुकान बंद कर लगाई गारद, दुकानदारों ने विरोध जताया

जागरण संवाददाता, नारनौल :

उड़ीसा के पूर्व डीजीपी एवं कांटी निवासी ²घपाल सिंह चौहान के घर पर डाली गई डकैती मामले में पुलिस ने शहर के बजाजा बाजार स्थित एक कपड़े की दुकान को बंद कर दिया है। दुकान बंद करने के बाद पुलिस ने एक सिपाही की ड्यूटी भी वहां पर लगा दी है। पुलिस की इस कार्रवाई पर बजाजा बाजार के दुकानदारों ने विरोध जताया। सूचना पर डीएसपी विनोद कुमार मौके पर पहुंचे व लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। इस पर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई का हवाला दिया। बाजार के व्यापारियों ने लिखित में आर्डर मांगा तो पुलिस कोई जवाब नहीं दे पाई।

दुकान संचालक आशीष ने बताया कि उन्होंने मोतीलाल सोनी से मौखिक रूप से ही दुकान किराए पर ले रखी है। दोपहर में पुलिस आई व दुकान को बंद करने की बात कही। दुकान बंद करने के बाद चाबी पुलिस ने दुकानदार को ही वापस दे दी और कहा कि पुलिस की इजाजत के बगैर दुकान नहीं खोलना। दुकानदार ने इसके बाद दुकान नहीं खोली और जब इस बात का पता बाजार में चला तो दुकानदारों ने इसका विरोध जताया। दुकानदारों ने दुकान के बाहर बैठे कांस्टेबल से दुकान बंद करने का कारण पूछा, लेकिन उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही। इसके बाद ओल्ड चौकी प्रभारी, एसएचओ व डीएसपी हेड क्वार्टर मौके पर पहुंचे। व्यापारियों ने उनसे भी दुकान बंद करने का कारण पूछा। यह है मामला ..

गत 26 अप्रैल हरीराम व उसका लड़का अनु व बुधसिंह व हरीराम दामाद तेजपाल उर्फ तेजा व विनोद कुमार उर्फ गूंगा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए फैजाबाद चौकी के पास पुराने कोठड़े में गाड़ी बाहर खड़ी करके योजना बनाते हुए पकड़ लिए गए थे। उनके पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा और लोहे की रॉड बरामद की। इनके खिलाफ थाना सदर नारनौल में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया, लेकिन जब इनसे अन्य वारदातों के बारे पूछताछ की तो इन्होंने कांटी गांव के पूर्व डीजीपी के यहां हुई डकैती का सारा राज खोल दिया था।

इसके बाद अटेली पुलिस ने आठ मई को कोर्ट में प्रोडेक्शन वारंट लेकर इनको डकैती के आरोप में गिरफ्तार करके पांच दिन का पुलिस रिमांड लिया। रिमांड के दौरान पूछताछ में राजेंद्र ने रिमांड अवधि के दौरान बताया कि उनसे चोरी-डकैती का सोना मोतीनगर निवासी मूलचंद सोनी खरीदता है। इसके साथ रेशमा नामक महिला का नाम भी सामने आया। पुलिस ने आरोपित मूलचंद सोनी व रेशमा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कोर्ट के जरिए आरोपितों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। इस मामले में कारागार में बंद हैं सोनी :

पुलिस की माने तो रिमांड अवधि के दौरान पुलिस ने मूलचंद सोनी के पास से सोने के जेवरात व कुछ सामान बरामद किया था। पुलिस का कहना है कि इसी मामले में उससे अभी पूछताछ की जानी है। पुलिस को आशंका है कि दुकान में भी चोरी का सामान हो सकता है। पुलिस की मानें तो डकैती व लूट का भारी मात्रा में माल बरामद हुआ है, जिसमें जेवरात, चांदी के सिक्के, सूटकेश, लोहे की तिजोरी सहित देसी कट्टा भी बरामद हुआ। ये खड़े किए सवाल :

कैलाश सोनी पहलवान ने बताया कि मूलचंद सोनी उसका समधी लगता है और पुलिस ने उन्हें गलत फंसाया है। पुलिस ने दुकान पर जो तालाबंदी की है, वह गलत की है। पुलिस दुकान बंद करने की कोई अथोरिटी या आदेश भी नहीं दिखा रही। पुलिस से भी इस मामले में बात की गई है, लेकिन अब तक वे इसका कोई आधार ही नहीं बता रहे।

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