अभी पटरी पर नहीं लौट पाया जनजीवन
कोरोना महामारी को लेकर आमजन परेशान एवं हताश है।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ : कोरोना महामारी को लेकर आमजन परेशान एवं हताश है। इस महामारी ने लोगों को अपने काम धंधे छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जिसका स्वयं का व्यापार था वह श्रमिकों की कमी के कारण ठप हैं। अनलॉक होने के बावजूद जनजीवन अभी व्यवस्थित नहीं हो पाया है। इसमें फेरीवाले भी परेशान हैं। फेरीवाले लखेरा (चूड़ी कंगन बेचने वाले) का सामान दिल्ली या जयपुर से लेकर आते थे लेकिन करीब 80 दिनों से बाजार बंद होने के कारण फेरी का काम ठप हो गया है। ग्राहक के सामान मांगने पर सामान के न होने से उसे मना कर दिया जाता है। जिसके कारण भी लखेरा का कार्य ठप हो गया है। लॉकडाउन के चलते वे एक सप्ताह से ही फेरी पर निकले हैं लेकिन आमदनी नहीं हो रही है।
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मैं 40 वर्षों से लखेरा का कार्य कर रहा हूं। मैंने अपने इस कार्य के लिए लंबे समय से विभिन्न गांवों में जाकर फेरी करता हूं। लॉकडाउन के चलते गांवों से मजदूरी भी नहीं बन पा रही है। पेट्रोल के साथ घर का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। अब तो लोग सामान खरीदने आने से भी कतराने लगे हैं। यही ही नहीं कोरोना महामारी फैलने के भय से लोग डरे हुए है। यहां तक सामान को लेना भी पसंद नहीं कर रहे हैं।
---किशोरी लाल लखेरा।