हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त टीम ने लिंग जांच मामले में रंगे हाथ आरोपित को दबोचा

राजस्थानी भाषा में लिखे अठै बच्चा अर बच्ची होबा की जांच कोनी होवै बैनर के पास ही गर्भ में भ्रूण के लिंग की जा की जा रही थी। माधोगढ़ निवासी लैब तकनीशियन ने भ्रूण के लिंग की जांच की एवज में 44 हजार रुपये ले रहे हैं।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:16 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:16 PM (IST)
हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त टीम ने लिंग जांच मामले में रंगे हाथ आरोपित को दबोचा
हरियाणा(नारनौल) स्वास्थ विभाग के अधिकारी राजस्थान के अधिकारियों से लगातार संपर्क साध रहे हैं

नारनौल, जागरण संवाददाता । राजस्थानी भाषा में लिखे अठै बच्चा अर बच्ची होबा की जांच कोनी होवै, बैनर के पास ही गर्भ में भ्रूण के लिंग की जा की जा रही थी। माधोगढ़ निवासी लैब तकनीशियन ने भ्रूण के लिंग की जांच की एवज में 44 हजार रुपये का सौदा तो कर डाला पर स्वास्थ्य विभाग की नजरों में आ गया। स्वास्थ्य विभाग नारनौल व राजस्थान पीएनडीटी की टीम ने आरोपित को चिड़ावा की राज सोनोग्राफी लैब में आरोपित को लिंग जांच करते रंगेहाथ काबू भी कर लिया।

लेकिन विडंबना यह है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की कोताही के चलते चिड़ावा पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाई है और आरोपित को छोड़ दिया गया।रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद भी चार दिन बाद भी आरोपित पुलिस शिकंजे से बाहर है। हरियाणा(नारनौल) स्वास्थ विभाग के अधिकारी राजस्थान के अधिकारियों से लगातार संपर्क साध कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई का प्रयास कर रहे हैं। स्वास्थ विभाग की टीम को जानकारी मिली कि माधोगढ़ निवासी सतपाल चिड़ावा की राज सोनोग्राफी लैब में बतौर लैब टैक्नीशियन कार्य कर रहा है और वह गर्भ में लिंग की जांच करवाने का धंधा करता है।

इस पर टीम ने पूनम नामक एक महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर सतपाल से संपर्क साधा। इस पर आरोपित ने उससे 44 हजार रुपये की मांग की। फर्जी ग्राहक ने 22 हजार रुपये की पेमेंट आनलाइन आरोपित के बैंक खाते में कर दी और शेष राशि लिंग जांच के बाद देना तय किया गया। तीन दिसंबर को आरोपित ने महिला को महेंद्रगढ़ के राव तुलाराम चौक के पास बुलाया। यहां से उसने सतनाली बुला लिया। इसके बाद उन्हें चिड़ावा में बुला लिया। डा. हर्ष चौहान के नेतृत्व में गठित स्वास्थ्य विभाग की टीम भी उनका पीछा करते हुए चिड़ावा पहुंच गई।

आरोपित ने लैब में महिला की जांच कर लिंग की जानकारी दे दी। महिला ने शेष बचे हुए 22 हजार रुपये आरोपित को सौंप दिए और टीम को इशारा कर दिया। टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपित को काबू कर लिया।राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी कोआर्डिनेटर डा. संदीप शर्मा, जीएनएम आवेदा, हवलदार जयपाल भी मौके पर पहुंच गए। आरोपित को चिड़ावा पुलिस थाने के हवाले कर कर दिया गया।

लिंग जांच के मामले को बना दिया धोखाधड़ी का झुंझनू डिप्टी सीएमओ की शिकायत पर चिड़ावा पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धारा 420 व 406 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हमें पीएनडीटी की शिकायत नहीं मिली थी। झुंझनू डिप्टी सीएमओ ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है। आरोपित को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उसके स्वजनों को सुपुर्द कर दिया है। जांच की जा रही है। भगवान सहाय थाना प्रभारी, चिड़ावा थाना राजस्थान में पीएनडीटी के लिए स्टेट पुलिस थाना जयपुर में है। इस मामले को स्टेट में दर्ज करवाया जाएगा। इस बारे में पीएनडीटी सचिव को लिख दिया गया है। जल्द ही पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम, 1994 के तहत कार्रवाई की जाएगी। डा. संदीप शर्मा पीएनडीटी कोआर्डिनेटर, राजस्थान स्वास्थ्य विभाग

राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लगातार साध रहे हैं संपर्क इस मामले में कार्रवाई को लेकर राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क साध रहे हैं। आरोपित के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई करवाई जाएगी। डा. हर्ष चौहान पीएनडीटी उपसिविल सर्जन नारनौल

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