Road Accident : नारनौल हादसे में जिंदा जला सोनीपत का डंपर चालक

सोनीपत निवासी प्रदीप ड्राईवरी का कार्य कर परिवार का भरण पोषण करता था। वह रोजाना की तरह मेहाड़ा से क्रेशर भरकर गोहाना ले जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब चार बजे कारोली टोल से करीब सौ मीटर दूर सड़क किनारे खड़े दूसरे डंपर को पीछे से टक्कर मार दी।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 04:02 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 04:02 PM (IST)
Road Accident : नारनौल हादसे में जिंदा जला सोनीपत का डंपर चालक
मंगलवार सुबह कारोली टोल के पास हुआ हादसा।
नारनौल, बलवान शर्मा। नारनौल-कारोली मार्ग पर मंगलवार सुबह 4 बजे मेहाड़ा (राजस्थान) से क्रशर भरकर तेज गति से आ रहे डंपर ने कारोली टोल प्लाजा के पास सड़क किनारे खड़े दूसरे डंपर को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही डंपर में आग लग गई और चालक जिंदा जल गया। हादसे की सूचना मिलते ही दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची और बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।

जानकारी के अनुसार छिछड़ाना तहसील सोनीपत निवासी प्रदीप कुमार (27) करीब दस साल से ड्राईवर का कार्य कर परिवार का भरण पोषण करता था। वह रोजाना की तरह मेहाड़ा से क्रेशर भरकर गोहाना ले जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब चार बजे कारोली टोल से करीब सौ मीटर दूर सड़क किनारे खड़े दूसरे डंपर को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि भिडंत होते ही डंपर में आग लग गई।

दुर्घटना में प्रदीप का डंपर आगे से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसको बाहर निकलने को मौका भी नहीं मिला। इस घटना में प्रदीप डंपर में ही जल गया। राहगीरों ने इस हादसे को देखकर पुलिस व दमकल केंद्र को सूचित किया। फायर बिग्रेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।पुलिस  प्रदीप के अधजले शव को कब्जे में लेकर नारनौल के नागरिक अस्पताल में ले आई। मंगलवार शाम को चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया गया।

प्रदीप ड्राईवर का कार्य कर परिवार का भरण पोषण करता था। प्रदीप के एक छोटा भाई और दो छोटी बहनें हैं, उनकी अभी तक शादी भी नहीं हुई हैं। परिवार की एक बार फिर से जिम्मेदारी बीमार पिता पर आ गई हैं। वहीं, प्रदीप के परिवार की आर्थिक हालात भी ठीक नहीं हैं।  

हादसे का कारण नींद या कोई अन्य
प्रदीप डंपर को अकेला चला रहा था। उसके साथ कोई अन्य खलासी या सहायक नहीं था। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है कि हादसा किन कारणों से हुआ है। हालांकि, हादसे का एक कारण नींद भी हो सकता है। प्रदीप के स्वजनों ने बताया कि आमतौर पर प्रदीप के साथ खलासी होता था, लेकिन आज वह अकेला था।
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