बड़कोदा में मासिक यज्ञ हवन का आयोजन

रविवार को आर्य समाज बड़कोदा के तत्वावधान में प्रधान रामेश्वर दयाल आर्य की अध्यक्षता में मासिक यज्ञ हवन और भजनों का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 06:10 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 06:10 PM (IST)
बड़कोदा में मासिक यज्ञ हवन का आयोजन
बड़कोदा में मासिक यज्ञ हवन का आयोजन

जागरण संवाददाता, नारनौल: रविवार को आर्य समाज बड़कोदा के तत्वावधान में प्रधान रामेश्वर दयाल आर्य की अध्यक्षता में मासिक यज्ञ हवन और भजनों का आयोजन किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा कप्तान जगराम आर्य वेदोपदेशक ने बताया कि दस अप्रैल 1875 में मुंबई काकड़बाड़ी में आर्य समाज का गठन किया गया। आर्य समाज के दस नियम लिखे और आर्यो को बताया कि चार वेद आर्य समाज का संविधान है। इस संविधान को लेकर देश विदेश में जन जन तक वेदों को संदेश पहुंचाना है। आर्य समाज के तीसरे नियम में लिखा है कि वेद सब सत्य विधाओं की पुस्तक है। वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना सुनाना सब आर्यो का परम धर्म है। इस यज्ञ के यजमान पीटीआई सहेंद्र आर्य और उनकी धर्मपत्नी पूनम देवी आर्य बने। सहेंद्र ने बताया कि रामेश्वर दयाल के कदमों से कदम मिलाकर और विचारों से विचार मिलाकर सच्चे ह्रदय से आर्य समाज के लिए कार्य करूंगा। आर्य समाज कुतबापुर के प्रधान विनोद कुमार आर्य ने लोगों का आह्वान किया कि 30 नवंबर को कुतबापुर में आर्य सत्संग यज्ञ और हवन होगा। प्रधान रामेश्वर दयाल ने सभी विद्वानों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ग्राम बड़कोदा में वेद की ज्योति को जलाकर ओउम का ध्वज फहराया। आर्य समाज के सिद्धांतों को जन जन तक पहुंचाया। इस अवसर पर महर्षि दयानंद चौक के प्रधान लक्ष्मीनारायण ने कहा कि एक दिसंबर को महर्षि दयानंद चौक पर पहुंचकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाए। इस अवसर पर मास्टर रामकुंवार, पीटीआई सहेंद्र, प्रधान आर्य समाज कुतबापुर विनोद कुमार, भूतपूर्व सरपंच भूपसिंह, रामेश्वर दयाल, हरफूल सिंह, पूनम आर्या, हरद्वारी लाल व मातृ शक्ति उपस्थित रही।

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