जिला मुख्यालय की मांग के समर्थन में बैठक आयोजित
महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग दिन प्रतिदिन जोर पकड़ी जा रही है। जोर पकड़ने के साथ-साथ लोगों का मांग के प्रति जुड़ाव बढ़ रहा है।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग दिन प्रतिदिन जोर पकड़ी जा रही है। जोर पकड़ने के साथ-साथ लोगों का मांग के प्रति जुड़ाव बढ़ रहा है। इसी कड़ी में रविवार को गांव आकोदा में मांग के समर्थन में बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता समाजसेवी राजेंद्र सिंह द्वारा की गई। बार एसोसिएशन के पूर्व उप प्रधान शमशेर सिंह यादव ने बताया कि बार एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि एसडीएम परिसर की तरफ जाने वाले गेट पर आगामी 2 दिसंबर को ताला लगाकर धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी बार एसोसिएशन ने धरना प्रदर्शन किया था, उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बार एसोसिएशन को आश्वस्त किया था कि महेंद्रगढ़ में जल्द ही जिला मुख्यालय स्थापित किया जाएगा। उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे इलाके में भारी रोष है। सुंडाराम ट्रस्ट के प्रधान संदीप मालडा ने बताया कि महेंद्रगढ़ सबसे पुराना जिला है जब हरियाणा में 7 जिले थे तभी से महेंद्रगढ़ जिला है लेकिन आज तक यह मुख्यालय के इंतजार में हैं। कुछ दिनों पहले केवल डीसी-एसपी यहां पर बैठना शुरू हुए हैं, वे भी कई बार यहां पर उपस्थित नहीं होते हैं। इससे लोगों को बड़ी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हम इस मांग का समर्थन करते हैं और जिला मुख्यालय के लिए किसी प्रकार का आंदोलन भी करना पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने आगामी 2 दिसंबर को अधिक से अधिक संख्या में कोर्ट परिसर के बाहर बार एसोसिएशन के धरने को समर्थन करने के लिए पहुंचने की अपील की। बैठक में नंबरदार एसोसिएशन के प्रधान रतिराम शर्मा ने कहा कि वह फौज में रहे हैं। मैंने 1965 और 1971 की लड़ाई भी लड़ी है। हक केवल मांगने से नहीं मिलता। संघर्ष करने से मिलता है या तो सरकार हमारी मांग मान ले नहीं तो आर पार की लड़ाई लड़ेंगे और किसी प्रकार का कोई कदम उठाना पड़े हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने लोगों को अधिक से अधिक है संख्या में पहुंचकर धरने को कामयाब बनाने की अपील की।
इस बैठक में संजय राव रिवासा, धर्मेंद्र सरपंच, संतलाल आकोदा, अमित पालड़ी, हुक्का चौक आकोदा के प्रधान दिनेश यादव, देवेंद्र उर्फ चीकू, नरेंद्र आकोदा, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र, पंच प्रतिनिधि सुनील, मोहम्मद पंच, अमित यादव, मास्टर नवीन, अभिमन्यु, विनय ठेकेदार, लीलाराम, महेंद्र ढाणी आकोदा समेत अनेकों गणमान्य लोगों ने अपनी सहमति जताई।