राज्यस्तरीय प्रदर्शन को लेकर सौंपी जिम्मेदारियां
आल इंडिया यूटीयूसी से संबंधित भवननिर्माण कारीगर मजदूर यूनियन की जिला कमेटी की बैठक नसीबपुर स्थित कार्यालय में जिला प्रधान सीताराम की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
आल इंडिया यूटीयूसी से संबंधित भवननिर्माण कारीगर मजदूर यूनियन की जिला कमेटी की बैठक नसीबपुर स्थित कार्यालय में जिला प्रधान सीताराम की अध्यक्षता में हुई। इसमें जिले के 8 ब्लाक के पदाधिकारियों और सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक में दो नवंबर को झज्जर में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय प्रदर्शन को लेकर विचार विमर्श किया गया। इसके बाद सभी पदाधिकारियों को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व कराने के लिए जिम्मेदारियां सौंपी गई। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन किसान विरोधी कानून व बिजली कानून लागू होने से किसानों के साथ आम गरीब जनता को घोर संकट का सामना करना पड़ेगा। अनाज की स्टाक लिमिट हटाने से कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा। केंद्र सरकार सार्वजनिक उपक्रमों रेलवे, एलआइसी ,बैंक आदि को तो ओने पौने दामों में बेच रही है। अब खेती को भी देशी व विदेशी पूंजीपतियों के हवाले करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की बहुसंख्यक जनता अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। ऐसे में किसान व कृषि विरोधी कानून लागू करना देश के लिए आत्मघाती कदम होगा। भवन निर्माण कार्य कर मजदूर यूनियन के जिला प्रधान कामरेड सीताराम ने सभी से दो नवंबर के किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। बैठक में एसयूसीआइ जिला सचिव ओमप्रकाश, जोगिद्र सिंह, मदनलाल, महावीर, बलवीर, राजकुमार, रमेश, हरिराम, राजेंद्र सिंह, विजेंद्र सिंह, छाजू राम, महाशय रतीराम, विनोद देवी आदि उपस्थित थे।