महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि माने जाते हैं : एसडीएम मनोज कुमार

महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर बुधवार को जिला प्रशासन के सहयोग से स्लम जागृति समिति की ओर से पटिकरा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:26 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:26 PM (IST)
महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि माने जाते हैं : एसडीएम मनोज कुमार
महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि माने जाते हैं : एसडीएम मनोज कुमार

जागरण संवाददाता, नारनौल: महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर बुधवार को जिला प्रशासन के सहयोग से स्लम जागृति समिति की ओर से पटिकरा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर एसडीएम मनोज कुमार ने शिरकत की। इस मौके पर स्लम जागृति समिति के प्रधान भागीरथ मल खनगवाल ने पगड़ी पहनाकर मुख्यअतिथि का स्वागत किया। एसडीएम मनोज कुमार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि माने जाते हैं। वाल्मीकि संस्कृत भाषा के आदि कवि और आदि काव्य रामायण के रचयिता के रूप में सुप्रसिद्ध हैं। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्तव्य से परिचित करवाता है। वाल्मीकि रामायण महाकाव्य की रचना करने के पश्चात आदिकवि कहलाए। वाल्मीकि ने रामायण की रचना करके हर किसी को सद्मार्ग पर चलने की राह दिखाई। इस अवसर पर जिला कल्याण विभाग से धर्मेंद्र कुमार, उप-अधीक्षक यशवंत कुमार, आंकड़ा सहायक राजकुमार सैनी, कृष्ण कुमार तथा मोनिका बुमरा, ओमप्रकाश छापड़ा, राजेश्वरी इंदोरा, दीपक पटीकरा, अशोक दास नारनौलिया, ईश्वर सिंह यादव, हंसराज, सुरेंद्र पार्षद, संगीता देवी व अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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