फरद से हो असली नकली किसान की पहचान तभी बंटे डीएपी
डीएपी खाद को लेकर चल रही मारामारी अभी बंद होने का नाम ही नहीं ले रही।
संवाद सहयोग,कनीना: डीएपी खाद को लेकर चल रही मारामारी अभी बंद होने का नाम ही नहीं ले रही। स्थानीय कस्बा कनीना में डीएपी खाद को लेकर लोग सुबह चार बजे से थाने में जमा होने शुरू हो जाते हैं और कहीं अपने टोकन का इंतजार करते हैं तो कहीं टोकन लेकर लाइन में लग खाद लेने का। वहीं अब इस खाद वितरण की रूपरेखा स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी संभाल रहा है। डीएपी खाद थानों से वितरित करने के कारण पुलिस परेशान हो चुकी है। मंगलवार की सुबह सब इंस्पेक्टर रविद्र यादव थाना कनीना ने अपने दल बल के साथ लाइन लगवा कर लोगों को सुनियोजित ढंग से टोकन दिए और फिर खाद की बिक्री कराई। मौके पर कनीना उपमंडल अधिकारी सुरेंद्र सिंह भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस द्वारा कराए गए कार्य की सराहना भी की। विभिन्न गांव से आए किसानों ने उप मंडल अधिकारी से शिकायत भी कि जो किसान नहीं है लाइन में आकर लग जाते हैं। और अपने आधार कार्ड पर दो कट्टे खाद लेकर निकल जाते हैं । वे डीएपी के दो कट्टे 2400 में खरीद कर 3000 रुपये तक बेचने का कार्य भी कर रहे हैं। जिससे असली किसान परेशान है और नकली किसान लोगों पर भारी पड़ रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना था कि अगर प्रशासन खाद लेने वाले किसानों की फरद मंगवाने का कार्य शुरू कर दे तो असली किसान ही खाद लेगा नकली किसान लाइन में भी नहीं लग पाएगा। प्रशासन को भी मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी और असली किसान को खाद भी मिल सकता है और खाद की कालाबाजारी भी रुक जाएगी। वही उप मंडल अधिकारी सुरेंद्र सिंह और कनीना थाना के इंस्पेक्टर रविद्र यादव ने भी भीड़ को समझाने का भरसक प्रयास किया तब जाकर ही कहीं भीड़ पर काबू पाया गया। इस अवसर पर एसडीएम स्टेनो वीरेंद्र सिंह यादव, खाद बीज भंडार के मालिक कुलदीप यादव, आलोक मंडी के अलावा अन्य पुलिस स्टाफ मौजूद था।