विद्यार्थियों की परीक्षा कराने का वापस ले फैसला

राजकीय महाविद्यालय नारनौल के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष शुभम कौशिक ने अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा लेने के फैसले का विरोध किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 06:03 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 06:03 PM (IST)
विद्यार्थियों की परीक्षा कराने का वापस ले फैसला
विद्यार्थियों की परीक्षा कराने का वापस ले फैसला

जागरण संवाददाता, नारनौल :

राजकीय महाविद्यालय नारनौल के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष शुभम कौशिक ने अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा लेने के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार से कोरोना काल में परीक्षाएं आयोजित करवाना विद्यार्थियों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। कौशिक ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। आये दिन हजारों कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं, यहां तक की प्रतिदिन सैकड़ों मौत भी हो रही है। इसके बावजूद बीते सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा करवाने का फैसला लिया है जबकि प्रदेश सरकार और बाकी अन्य प्रदेशों की सरकार भी परीक्षा रद करने का फैसला ले चुकी है। कई प्रदेशों में तो रिजल्ट बनाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी हैं। शुभम कौशिक ने कहा कि नॉन फाइनल इयर के छात्रों की परीक्षा को रद ही रखा है लेकिन अंतिम वर्ष के छात्रों की ऑफलाइन या ऑनलाइन परीक्षा होनी है। प्रदेश में ऑनलाइन परीक्षा लेने के पुख्ता इंतजाम नहीं है ऐसे में ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प छात्रहित में नहीं है। वहीं पेन-पेपर से परीक्षा लेना छात्रों की जान से खिलवाड़ है। ऐसे में छात्रों की मांग है की कोरोना महामारी के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए, फाइनल इयर के छात्रों के साथ बिना भेदभाव किये, नॉन फाइनल इयर के छात्रों की तरह बिना परीक्षा लिए पास करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी