जमीन में आई रहस्यमय दरार, भूगर्भीय हलचल संभव

यहां के गांव कांटी खेड़ी में सोमेश्वर मंदिर (सुम्मा जोहड़) के निकट जमीन में आई रहस्यमयी दीवार से हड़कंप मच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 07:56 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 06:18 AM (IST)
जमीन में आई रहस्यमय दरार, भूगर्भीय हलचल संभव
जमीन में आई रहस्यमय दरार, भूगर्भीय हलचल संभव

ज्ञान प्रसाद, नारनौल:

यहां के गांव कांटी खेड़ी में सोमेश्वर मंदिर (सुम्मा जोहड़) के निकट एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक जमीन फटने की रहस्यमय घटना सामने आई है। लगभग पांच-छह एकड़ में एक से तीन फुट चौड़ी सर्पाकार दरार हर किसी को चौंकाती है। घटना कब की है, इसकी सही जानकारी किसी के पास नहीं है, मगर ग्रामीणों को इस दरार की जानकारी शुक्रवार की शाम तब मिली जब गांव के कुछ बच्चे घूमते हुए उस जगह पर पहुंच गए, जहां करीब दूर-दूर तक 3 से 7 फुट गहरी दरार दिखाई पड़ रही थी। इसके बाद ही यहां की फोटो वायरल होनी शुरू हुई।

महेंद्रगढ़ जिले में इससे पूर्व एक दशक पहले भी खटोटी खुर्द गांव की सीमा में नारनौल सिघाना मार्ग के निकट दोहान नदी तटबंध के पास ऐसी घटना हो चुकी है। शनिवार को जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने जांच का निर्णय लिया है। फिलहाल सबके अपने तर्क है। कुछ का मानना है कि वर्षों पहले किसी ने यहां पाइप लाइन बिछाई होगी। यह तर्क इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि पास में बना एक बंद कुआं भी धंसा है। दूसरी ओर कुछ लोगों का मानना है कि यह भूगर्भीय हलचल है, क्योंकि पाइपलाइन से सर्पाकार दरार नहीं होती।

-------

जोड़ रहे हैं भूकंप से कनेक्शन

सरपंच नरेंद्र सिंह चौहान व अन्य ग्रामीण 3 जुलाई को आए उस भूकंप से भी इसे जोड़ रहे हैं, जिसका केंद्र इस क्षेत्र के पास अलवर जिले में था। अत्यधिक भूमिगत जल का दोहन भी एक कारण माना जा रहा है। एक दशक पूर्व की व वर्तमान की घटना में एक समानता है। खटोटी खुर्द में जहां जमीन फटी थी वहां पर दोहान नदी पर बांध बना था, जिसमें बरसाती पानी संचित किया जाता था। दोहान वर्षों से सूखी पड़ी है। खेड़ी-कांटी में भी प्रसिद्ध सोमेश्वर सरोवर (जोहड़) है जहां बरसाती पानी के साथ आजकल नहरी पानी डाला जाता है।

-------

हमने अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया है। इसमें अभी कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। यह भी संभव है कि भूकंप के बाद की कोई भूगर्भीय हलचल से ऐसा हुआ हो। प्रशासन भूगर्भ विशेषज्ञों से इसकी जांच करवाएगा। जल्दी ही सही स्थिति सामने रखी जाएगी।

-मनीष फौगाट, एसडीएम

chat bot
आपका साथी