ज्ञान का प्रतीक हैं डा. भीम राव आंबेडकर : कौशल किशोर

हकेंवि में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने किया बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 03:38 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 03:38 PM (IST)
ज्ञान का प्रतीक हैं डा. भीम राव आंबेडकर : कौशल किशोर
ज्ञान का प्रतीक हैं डा. भीम राव आंबेडकर : कौशल किशोर

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर सर्व समाज के मसीहा थे, उनकी विश्वविद्यालय में प्रतिमा की स्थापना युवा पीढ़ी को जाति व आर्थिक आधार पर शोषण विहीन समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करती है। डा. आंबेडकर किसी जाति व समाज के नेता नहीं, बल्कि ज्ञान के प्रतीक हैं। उन्होंने ही भारत को वह संवैधानिक प्रणाली दी, जिसके माध्यम से देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। डा. आंबेडकर को किसी समाज के उत्थान से अधिक संविधान में शिक्षा के मौलिक अधिकार को प्रदान करने के लिए पहचाना जाना चाहिए। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी डा. आंबेडकर, राम मनोहर लोहिया व पं. दीन दयाल उपाध्याय के दिखाए मार्ग पर अग्रसर हैं और समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, विकास व ज्ञान पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। यह विचार केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ में स्थापित डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए व्यक्त किए। श्री कौशल किशोर ने इस मौके पर सभी को नशा मुक्त हरियाणा, नशा मुक्त समाज व नशा मुक्त परिवार के निर्माण का संकल्प भी दिलाया।कौशल किशोर ने विश्वविद्यालय में 315 विद्यार्थियों की रहने की सुविधा वाले पुरूष छात्रावास के नए खंड का उद्घाटन व करीब 13 करोड़ की लागत से बनने वाले जलशोधन संयंत्र का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की।

विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में कौशल किशोर ने देश के विकास में युवा पीढ़ी व शिक्षण संस्थानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के द्वारा जारी विभिन्न प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया, सबका साथ सबका विकास की नीति का अनुसरण करते हुए विकास के पथ पर अग्रसर है। भारत जिस तरह से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आज हम हर घर में बिजली, नल, चूल्हा देख रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश को स्वच्छ, स्वस्थ, शिक्षित व आत्मनिर्भर बनने की दिशा अग्रसर है और वह दिन दूर नहीं जब भारत विश्व महाशक्ति के रूप में अपनी एक अलग पहचान बना लेगा। पूर्व शिक्षा मंत्री, हरियाणा सरकार प्रो. राम बिलास शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई देश की प्रगति की ओर ध्यान आकर्षित किया। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मूलचंद शर्मा सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना के साथ हुई। इसके पश्चात गणमान्य अतिथियों का स्वागत हुआ और कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया। प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के विभिन्न उल्लेखनीय प्रयासों की जानकारी देते हुए भविष्य की योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम मिलकर ऐसी युवा शक्ति विकसित करें जो नए भारत का निर्माण करें। कुलपति ने इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने का संकल्प दिलाया और विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन के साथ शोध, अनुसंधान, नवाचार व कौशल विकास के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इस कार्य को करेंगे और सरकार व समाज की आवश्यकताओं को पूर्ण करने में सहयोग प्रदान करेंगे। इसके पश्चात विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय द्वारा उप छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा. मोनिका मलिक के निर्देशन में तैयार रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव व शिक्षा पीठ की अधिष्ठाता प्रो. सारिका शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के आयोजन में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी पीठ के अधिष्ठाता डॉ. राजेश कुमार दुबे व विद्यार्थी अक्षतकांत की भूमिका महत्वपूर्ण रही। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी, शोधार्थी आदि उपस्थित रहे।

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