पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग
जिला पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
जिला पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि नई पेंशन योजना (एनपीएस) के सामाजिक आर्थिक दुष्परिणामों के मद्देनजर सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की जा रही है। समिति के जिला प्रधान सुरेंद्र यादव ने बताया कि अभी हाल ही में एक साथी जगबीर हुड्डा 14 वर्ष की सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं जिनकी पेंशन केवल 2926.91 रुपये प्रतिमाह सुनिश्चित हुई है जो लगभग वृद्धावस्था पेंशन के समान है। यह कर्मचारी के साथ धोखा व अन्याय है। जगबीर को मिलने वाली इस पेंशन राशि मे कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। यह उनकी सेवा कार्य का कष्टकारी इनाम व आर्थिक शोषण है। पेंशन कर्मचारी के बुढ़ापे का सहारा व आर्थिक सुरक्षा है। जिला प्रवक्ता धर्म सिंह ने बताया कि सरकार एक तरफ एक दिन के लिए भी बनने वाले विधायक व सांसद को लाखों रुपये पेंशन दे रही है वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार पर आधारित एनपीएस लागू कर कर्मचारियों का सामाजिक व आर्थिक शोषण कर रही है। संघर्ष समिति द्वारा भेजे ड्राफ्ट के अनुसार शीघ्र पुरानी पेंशन नीति को बहाल करना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखकर पुरानी पेंशन का लाभ देने की मांग की।