सभी सामाजिक संगठनों का हकेंवि करता है सम्मान

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच चल रहे विवादों के बीच विवि ने स्थित स्पष्ट करी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 05:50 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 05:50 PM (IST)
सभी सामाजिक संगठनों का हकेंवि करता है सम्मान
सभी सामाजिक संगठनों का हकेंवि करता है सम्मान

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़:

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच चल रहे विवादों के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी बयान में स्पष्ट किया है कि विश्वविद्यालय विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर शिक्षण व सामाजिक हित से जुड़े कार्यों में जुटा है। विश्वविद्यालय ने अपने बयान में कहा कि हकेंवि के खिलाफ कुछ शरारती तत्वों द्वारा लगातार सत्य से परे झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं जो विश्वविद्यालय की छवि खराब करने के लिए साजिश के तहत किया जा रहा है। इन लोगों द्वारा संघ के संदर्भ में लगाया गया आरोप निराधार, मनगढंत और सच्चाई से दूर है। विश्वविद्यालय द्वारा कभी भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संघ का नाम किसी धरने व राजनीति से नहीं जोड़ा गया। विश्वविद्यालय संघ व सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय विभिन्न संगठनों का और उनके प्रयासों का आदर करता है और सदैव उनके सहयोग के लिए तत्पर रहता है।

विश्वविद्यालय के कुलानुशासक की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कुछ स्थानीय लोग लगातार अनुचित व नियमों के विरुद्ध मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धरना दे रहे कुछ लोग एक शिक्षक की नियुक्ति को कानूनी रूप से अवैध बता रहे हैं जबकि यदि उनके दावों में दम है तो वह कानूनी शपथपत्र के माध्यम से इस बाबत अपना पक्ष प्रस्तुत क्यों नहीं करते। इसी तरह यह लोग कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की बात कर रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दावा किया कि ऐसे किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है। जहां तक बात आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों की है तो इनकी बहाली एक अधिकृत एजेंसी के माध्यम से की जाती है। इस एजेंसी ने भी जिन कर्मचारियों को उनकी गलती होने पर हटाया था उन्हें उनका माफीनामा प्रस्तुत करने पर फिर से बहाल कर दिया है। मौजूदा समय में एजेंसी के माध्यम से लगे किसी भी कर्मचारी को नौकरी से बाहर नहीं रखा गया है। एजेंसी के माध्यम से मिलने वाले वेतन के न मिलने के आरोप के बारे में विवि ने कहा कि यदि इस बाबत उन्हें लिखित शिकायत मिलती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय के विरुद्ध भ्रामक प्रचार करने वाले लोग इस कदर तक गिर चुके हैं कि उन्होंने मान, मर्यादा व सामाजिक संस्कारों तक को ताक पर रख दिया है। कुछ लोग जानबूझकर लगातार शरारतपूर्ण बयान जारी कर रहे हैं। इस तरह की हरकतों से बाज आएं अन्यथा विश्वविद्यालय ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।

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