थमा नही है डार्कजोन में ट्यूबवेलों का निर्माण

भले ही सरकार ने डार्कजोन में नए नलकूपों के निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए बिजली निगम को लिखित निर्देश जारी कर कनेक्शन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रखा हो।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:44 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:44 PM (IST)
थमा नही है डार्कजोन में ट्यूबवेलों का निर्माण
थमा नही है डार्कजोन में ट्यूबवेलों का निर्माण

संवाद सूत्र, नांगल चौधरी: भले ही सरकार ने डार्कजोन में नए नलकूपों के निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए बिजली निगम को लिखित निर्देश जारी कर कनेक्शन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रखा हो। लेकिन यहां नए ट्यूबवेलों का निमार्ण थमने का नाम नहीं ले रहा है। नियमों की परवाह किए बिना ब्लाक में लगातार टयूबवेलों की खुदाई का कार्य चिता का विषय बन गया है। यहां इसी महीने की स्थिति पर गौर करे तो क्षेत्र में करीब आधा दर्जन से अधिक टयूबवेलों का निर्माण हुआ है।

लगातार गिरते भू-जलस्तर से नांगल चौधरी खण्ड के समूचे क्षेत्र को 2005 में डार्कजोन घोषित किया हुआ है। यहां तक की सरकार ने इसके बाद से नए नलकूपों के बिजली कनेक्शन, शिफ्टिग व लोड बढाने पर भी पाबंदी लगा रखी है। लेकिन एक ओर जहां इन नियमों की ओर कोई ध्यान तक नहीं देता, वही दूसरी तरफ प्रशासन व निगम अधिकारी भी गंभीर नही है। इससे नए नलकूपों के निर्माण से धरती खोखली होती जा रही है।

सूख रहे है टयूबवेल-भूमिगत जल की स्थिति के मद्देनजर केंद्रीय भूजल प्राधिकरण ने समूचे नांगल चौधरी खण्ड का नाम डार्कजोन में दर्ज किया हुआ है। घटते बरखा के दिनों से यहां जल स्तर अधिक गहराई में चला गया है। इससे किसानों द्वारा स्थापित नलकूप दो साल में ही जवाब दे रहे हैं।

खराब हुआ पानी- खण्ड में हो रहे अंधाधुंध टयूबवेलों के निर्माण से जल पाताल लोक की ओर खिसक रहा है। क्षेत्र के तकरीबन सभी गांवों में गत कुछ वर्षो से पानी खारा होने लगा है। गुजरवाटी क्षेत्र के कई गांवों में तो हालात बहुत अधिक खराब हो गए है। यहां सैदअलिपुर, शहबाजपुर, दोस्तपुर, नांगल दर्गू, गोलवा, मूसनौता, पांचनौता, बायल, नया गांव, गावड़ी, धौलेड़ा, मेघोतहाला, जैनपुर, छापड़ा, नांगल कालियां, सिरोही बहाली, नांगल नूनियां, दताल, बनिहाड़ी आदि गांवों में तो पानी की गुणवता अत्यधिक खराब हो गई है। वही खारे पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। वर्जन------

डार्कजोन में बोर के निर्माण सहित नए कनेक्शन, शिफ्टिग व लोड बढ़ाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। बावजूद इसके कुछ किसानों द्वारा नए बोर का निर्माण करने की सूचना मिल रही है। ऐसे किसानों के बोरिग पर छापेमारी की जा रही है। निर्धारित लोड से अधिक पावर की मोटर चलाने पर टीम द्वारा चोरी भरी जा रही है।

--कुलबीर सिंह एसडीओ,

बिजली निगम नांगल चौधरी।

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