राजमार्गों का निर्माण कार्य पूरा होते ही ऐतिहासिक इमारतों के सौंदर्यीकरण का शुरू होगा काम
ऐतिहासिक नगरी नारनौल के साथ महेंद्रगढ़ में स्थित ऐतिहासिक इमारतों का सौंदर्याकरण होगा।
फोटो : 5
जागरण संवाददाता, नारनौल : ऐतिहासिक नगरी नारनौल के साथ महेंद्रगढ़ में स्थित ऐतिहासिक इमारतों का पुनरुत्थान किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से फंड जारी किया जा चुका है। चूंकि, इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण कार्य चल रहा है। इसलिए प्रदेश सरकार राजमार्गों का निर्माण कार्य पूरा होते ही ऐतिहासिक इमारतों के सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर देगी। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके तहत राज्य संरक्षित स्मारक राय बालमुकुंद का छत्ता तथा मिर्जा अली खान तख्त और बावड़ी का 492 लाख रुपये की लागत से कायाकल्प होगा। भवन एवं सड़क निर्माण विभाग ने इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए हैं। विभाग द्वारा इसके मूल स्वरूप में किसी प्रकार की छेड़छाड़ के बिना इन दोनों स्मारकों का पुनरुत्थान किया जाएगा इसके लिए विशेष तकनीकी टीमों को साथ लेकर कार्य शुरू किया जाएगा। ऐतिहासिक नगरी नारनौल जिसे बीरबल की नगरी के नाम से जाना जाता है यहां पर स्थित छत्ते को भी बीरबल के छत्ते के नाम से जाना जाता है। इन इमारतों का कई दशकों तक मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया था। पिछले दिनों जलमहल में पानी की दीवार टूट गई थी यह कार्य पुरा करने के आदेश दिए साथ ही एनडी वन से जल महल तक 70 लाख रुपये की लागत से पाइप लाइन बिछाई गई।
पर्यटन के क्षेत्र में अलग पहचान बनाएगा जिला
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि जिला महेंद्रगढ़ में कई ऐतिहासिक स्थल हैं। कुछ ऐतिहासिक स्थलों की कई दशकों से मरम्मत नहीं हो रही थी। अब इनकी मरम्मत की जाएगी। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में पर्यटन के क्षेत्र में यह है जिला अपनी एक अलग पहचान बनाएगा। यहां मुगल काल से लेकर अंग्रेजों के काल तक की कई तरह की ऐतिहासिक इमारतें तथा स्मारक हैं जिनको देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब जिला महेंद्रगढ़ में कई राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हो रहा है। यह निर्माण कार्य पूरा होने के बाद पर्यटन के क्षेत्र में यह जिले को और भी आगे ले जाने का कार्य होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इसी उद्देश्य के साथ विशेषकर दौरे पर थे जिन्होंने ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों व स्मारकों के बारे में अधिकारियों को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में जिला में रोजगार के भी द्वार खुलेंगे।