अमर मुनि महाराज की 118 वीं जयंती धूमधाम से मनाई
निकटवर्ती गांव ताजीपुर में राष्ट्रसंत उपाध्याय कवि अमर मुनि महाराज का 118 वां जयंती महोत्सव श्रद्धा व उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया।
जागरण संवाददाता, नारनौल: निकटवर्ती गांव ताजीपुर में राष्ट्रसंत उपाध्याय कवि अमर मुनि महाराज का 118 वां जयंती महोत्सव श्रद्धा व उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। उल्लेखनीय है कि अमर मुनि महाराज गांव ताजीपुर के थे। जिन्होंने मात्र 12 वर्ष की अल्पायु में जैन धर्म की दीक्षा ली तथा भगवान महावीर के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाया। जैन समाज के वरिष्ठ श्रावक नेमीचंद सर्राफ ने कहा कि महेंद्रगढ जैसे पिछड़े क्षेत्र से जन्मे अमर मुनि जैसे संत ने 100 से अधिक जैन धर्म की पुस्तकों की रचना की, जो 13 भाषाओं के ज्ञाता थे। 13 मार्च 1970 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संसद भवन में राष्ट्रसंत की उपाधि से नवाजा। जैन सभा के संरक्षक जिनेश कुमार जैन व सभा प्रधान पवन कुमार जैन ने उपस्थित लोगो से महाराज द्वारा बताए गए मार्ग सत्य व अहिसा पर चलने का आह्वान किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ श्रावक नेमीचंद जैन, पवन कुमार जैन, प्रेमचंद जैन, पूनम जैन, मुकेश कुमार जैन, विकास जैन, ग्राम सरपंच नवीन कुमार, यादराम, गंगाराम, हवासिंह, मास्टर रामसिंह, बनवारी लाल सहित काफी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे। इस अवसर पर नारनौल जैन समाज की ओर से ग्राम की गरीब महिलाओं को कंबल वितरित किये गये तथा बच्चों में मिठाई वितरित की गई।