पांच करोड़ के टेंडर छोड़ने में मिलीभगत का आरोप

नगरपालिका द्वारा विकास कार्यों के लिए छोड़े गए टेंडर्स में ठेकेदारों ने मिली भगत का आरोप लगाते हुए पूरी प्रक्रिया को ही गलत ठहराया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 06:31 PM (IST)
पांच करोड़ के टेंडर छोड़ने में मिलीभगत का आरोप
पांच करोड़ के टेंडर छोड़ने में मिलीभगत का आरोप

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: नगरपालिका द्वारा विकास कार्यों के लिए छोड़े गए टेंडर्स में ठेकेदारों ने मिली भगत का आरोप लगाते हुए पूरी प्रक्रिया को ही गलत ठहराया है। ठेकेदार रामचंद्र व राजसिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी किसी एक स्थान पर बैठकर मनमर्जी से पांच करोड़ के टेंडर खोल दिए गए। मिली भगत करके जो जीआर कटने की कंडीशन लगाई गई है वह समाचारों में प्रकाशित नहीं थी। जिस जीआर न काटने के आधार पर व्यक्तियों के टेंडर रिजेक्ट किए जा रहे हैं। वह टेंडर मिलने के बाद पूरी की जाती है। नपा प्रशासन ने अपने चहेते व्यक्तियों को जीआर काटने के बारे में बता दिया था। इसके कारण पांच करोड़ के विकास राशि के टेंडर दो-तीन व्यक्तियों को ही दिए गए। एक ठेकेदार ऐसा है कि रसीद बीते छ: जनवरी को कटवा ली, जबकि उसका लाइसेंस 11 जनवरी को बना। सोसायटियों के लिए जीआर काटने की कोई शर्त नहीं होती है। उनके भी टेंडर रद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि चार वर्षों से शहर में विकास कार्य नहीं हुए हैं। विकास कार्य आरंभ हों, लेकिन जिस तरह बंदरबाट करके अपने चहेतों को टेंडर दिए गए हैं, वह प्रक्रिया पूर्णरूप से गलत है। ठेकेदारों ने लिखित में बताया कि निर्माण सोसायटी के लिए इन्लेसमेंट फीस जमा नहीं करवानी होती।

बाक्स------

यह पूरी प्रक्रिया सरकारी अधिकारियों द्वारा की गई है।

नपा कार्यालय में कोई जीआर की रसीद कटवाने आया हो और उसे मना किया गया हो, उसके लिए मैं जिम्मेवार हूं। कोई प्रक्रिया पूरी नहीं करेगा तो वे क्या कर सकते हैं।

--रमेश बोहरा,

नपा प्रधान, महेंद्रगढ़।

chat bot
आपका साथी