अभासाप ने की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित

अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शाखा द्वारा कोरोना महामारी के ²ष्टिगत कवि सम्मेलन ाआयोजित किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 08:16 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 06:15 AM (IST)
अभासाप ने की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित
अभासाप ने की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित

जागरण संवाददाता, नारनौल : अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शाखा द्वारा कोरोना महामारी के ²ष्टिगत सोमवार को गूगल मीट पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र भारद्वाज ने की तथा संचालन महामंत्री डॉ. पंकज गौड़ ने किया। संरक्षक आनंद जोशी एवं जयप्रकाश कौशिक के सानिध्य में आयोजित इस गोष्ठी में राज्य कार्यकारिणी से संगठन मंत्री डॉ. मनोज भारत, प्रांतीय कोषाध्यक्ष हरिद्र यादव, प्रांतीय साहित्य मंत्री नवरत्न पांडे तथा भिवानी इकाई के महामंत्री विनोद कुमार शामिल हुए। जबकि काव्य गोष्ठी के मुख्यातिथि साहित्यकार डॉ. रामनिवास मानव मौजूद रहे। उन्होंने कोरोना महामारी पर गली मोहल्ले चुप सभी घर दरवाजे बंद कोरोना का भूत ही घूम रहा स्वच्छंद सुनाया। शिवदत्त शर्मा ने पूछो ना अब हाल बावरे मिले न रोटी दाल बावरे चूल्हा ठंडा है ये तब से, जब से है हड़ताल बावरे कविता प्रस्तुत की। भारत भूषण तायल ने रघुवीर मीत मेरे, मेरे साथ रह रहे हो, मैं तुमसे कह रहा हूं तुम मुझसे कह रहे हो, महेंद्र कुमार शर्मा ने मैं रुकी नहीं, मैं झुकी नहीं, मैं चली गांव की ओर, जयप्रकाश कौशिक ने नमन है मां के श्रद्धेय स्वरूप का विशाल भाल सुंदर भव्य रूप का कविता प्रस्तुत की। इसके अलावा डॉ. कृष्णा आर्य, डॉ. मनोज भारत, हरिद्र यादव, आनंद जोशी, डॉ. पंकज गौड़, डॉ. जितेंद्र भारद्वाज, डॉ. विक्रम सिंह, विनोद कुमार, सोनू भारद्वाज, अंशुमन गौड़ ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी।

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