जल संरक्षण के लिए निजी खेतों में भी लगवा सकते हैं वाटर रिवर्स बोर : अरोड़ा

निजी खेतों में भी वाटर रिवर्स बोर लगाए जाएंगे। इसके लिए निजी खेतों के मालिक को कुरुक्षेत्र के किसी भी सिचाई विभाग के कार्यालयों में अगले तीन दिन तक आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पूरी की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 07:09 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 07:09 AM (IST)
जल संरक्षण के लिए निजी खेतों में भी लगवा सकते हैं वाटर रिवर्स बोर : अरोड़ा
जल संरक्षण के लिए निजी खेतों में भी लगवा सकते हैं वाटर रिवर्स बोर : अरोड़ा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

निजी खेतों में भी वाटर रिवर्स बोर लगाए जाएंगे। इसके लिए निजी खेतों के मालिक को कुरुक्षेत्र के किसी भी सिचाई विभाग के कार्यालयों में अगले तीन दिन तक आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पूरी की जाएगी।

हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की चेयरमैन केसनी आनंद अरोड़ा ने बुधवार को देर सायं अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी दी जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस रिवर्स बोर को लगाने के लिए आवेदन कर सके। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए जल को बचाना बहुत जरुरी है, अगर जल नहीं होगा तो जीवन भी नहीं होगा। इसके लिए लोगों का सहयोग चाहिए और लोगों को माइक्रो इरिगेशन, फसल विविधीकरण को अपनाना होगा। इसके साथ ही सभी किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के उद्देश्य से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपना पंजीकरण कराना चाहिए। चेयरमैन ने सभी अधिकारियों को अटल भू-जल योजना को अमलीजामा पहनाने के आदेश दिए।

डीएपी खाद की कोई कमी नहीं : एसडीएम

संवाद सहयोगी, लाडवा : एसडीएम अनुभव मेहता ने कहा कि डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाया जा रहा है। यदि कोई खाद विक्रेता किसानों को खाद न देता है, अधिक दाम में देता हो या फिर खाद के साथ अन्य सामान जबरन सौंपता हो तो इसकी सूचना प्रशासन को दें। ऐसे दुकानदार के खिलाफ न केवल विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, बल्कि उस दुकानदार पर जुर्माना आदि भी लगाया जा सकता है। उन्होंने ये बात लाडवा अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि न तो डीएपी खाद की कोई कमी है और न ही किसानों को आने दी जाएगी। यदि कोई भी खाद विक्रेता अथवा डीलर डीएपी खाद की कालाबाजारी करता है तो उसकी सूचना तुरंत किसान हमें दें।

उन्होंने कहा कृषि विभाग के अधिकारियों से सभी खाद विक्रेताओं के रिकार्ड के साथ-साथ खाद डीलरों के स्टाक की भी बारीकी से जांच करने के आदेश दिए। उन्होंने सभी खाद डीलरों व विक्रेताओं को भी सरकार की हिदायतों के अनुसार व सरकारी रेट पर ही डीएपी खाद का वितरण करने की बात कहीं। सरकार द्वारा निर्धारित खाद के मूल्य के साथ कोई छेड़खानी नहीं की जाएगी और निर्धारित मूल्य से अधिक में खाद बेचने पर खाद विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से भी अपील करते हुए कहा कि किसान भी जरूरत के हिसाब से ही खाद लें। किसान खाद का स्टाक न करें। क्योंकि खाद की कोई कमी नहीं है।

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