जल संकट के दौर में जल संरक्षण सभी का नैतिक कर्तव्य : अश्विनी

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्वनी मलिक ने कहा कि जल संकट के दौर में सभी का कर्तव्य है कि वह जल को अनावश्यक ना बहाए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:50 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:50 PM (IST)
जल संकट के दौर में जल संरक्षण सभी का नैतिक कर्तव्य : अश्विनी
जल संकट के दौर में जल संरक्षण सभी का नैतिक कर्तव्य : अश्विनी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्वनी मलिक ने कहा कि जल संकट के दौर में सभी का कर्तव्य है कि वह जल को अनावश्यक ना बहाए। भू-जल संवर्धन के लिए स्वच्छता अभियान के अंतर्गत जमीन में सोखते गड्ढे बना कर निपटान करें। बरसात के दिनों में वर्षा की एक-एक बूंद कीमती है। उसका भविष्य में प्रयोग के लिए संचयन करें और जहां तक संभव हो जल को रेन वाटर हारवेस्टिग स्ट्रक्चर बनाकर संचयन करें।

जिप सीइओ अश्विनी मलिक शुक्रवार को ब्रह्मसरोवर के तट पर जल शक्ति अभियान के तहत आयोजित मैराथान दौड़ के दौरान बातचीत कर रहे थे। इससे पहले जिप सीइओ अश्विनी मलिक, डीएसओ बलबीर सिंह, नेहरू युवा केंद्र की समन्वयक मीशा, जिप के कार्यक्रम अधिकारी भूषण पाल, कांता बतान ने झंडी देकर मैराथन दौड़ को रवाना किया। जिप सीइओ अश्विनी मलिक ने कहा कि भारत सरकार के जल शक्ति अभियान-कैच द रैन के अंतर्गत जल संचयन, जल संरक्षण व जल संवर्धन के बारे में आमजन को जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में डीसी मुकुल कुमार के मार्गदर्शन में जिला खेल विभाग व नेहरू युवा केंद्र के सहयोग से मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। इस मैराथन दौड़ में करीब 150 खिलाड़ियों, युवाओं, छात्राओं ने भाग लिया है। मैराथन दौड़ का आयोजन दो ग्रुपों में किया गया है। एक समूह में युवाओं एवं पुरुष खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें लगभग 3.5 किलोमीटर की दौड़ का आयोजन किया गया है। इस दौड़ में रवि ने प्रथम, रविद्र ने द्वितीय और गुलशन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। दूसरे समूह में लड़कियों की 2.5 किलोमीटर मैराथन दौड़ में अंजली ने प्रथम, सपना ने द्वितीय व महक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। सभी को नगद राशि देकर सम्मानित किया गया।

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