कुवि में आनलाइन पोर्टल से दाखिल प्रक्रिया शुरू
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में मंगलवार को दाखिलों के लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंगलवार को सुबह ही कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने आइयूएमएस पोर्टल के एडमिशन माड्यूल का शुभारंभ किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में मंगलवार को दाखिलों के लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंगलवार को सुबह ही कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने आइयूएमएस पोर्टल के एडमिशन माड्यूल का शुभारंभ किया। कमेटी रूप में पोर्टल ओपन करने के बाद उन्होंने कहा कि विवि के दाखिला प्रक्रिया से लेकर विद्यार्थियों की अंक तालिका बनाने तक, कर्मचारियों व संस्थान के सभी रिकार्ड, कार्यालय संबंधी कार्य, विद्यार्थियों की सभी जरूरी आनलाइन सेवाओं, वित्त संबंधी सभी सेवाओं और परीक्षा संबंधी सभी सेवाओं को सुचारू रूप से छात्रों तक पहुंचाने के लिए आनलाइन पोर्टल एक अहम भूमिका अदा करेगा । इससे समय की बचत के साथ-साथ कार्य में पारदर्शिता भी आएगी।
मंगलवार से दाखिला प्रक्रिया शुरू
उन्होंने कहा कि मंगलवार से विवि के सभी विभागों में दाखिला प्रक्रिया आइयूएमएस पोर्टल से शुरू हो गई है। इस आनलाइन सिस्टम को बनाने के लिए रूसा नोडल आफिसर प्रो. मंजूला चौधरी, कुलसचिव डा. संजीव शर्मा, को-आर्डिनेटर प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. इंचार्ज एडमिशन सेल प्रो. राजेंद्र नाथ को बधाई दी। रूसा नोडल आफिसर प्रो. मंजूला चौधरी ने कहा कि 2019 से इस प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा था। इस सिस्टम के बनने से यूटीडी, आइआइएचएस, पीएचडी व विवि में चलाए जा रहे अन्य कोर्सों में दाखिला एक ही प्लेटफार्म पर होगा। इन सुविधाओं के आनलाइन होने से विवि में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को अपने दाखिले से लेकर पढ़ाई पूरी होने तक की सभी जानकारी आनलाइन मिलेगी।
49 विभागों में शुरू हुए दाखिला
कुवि के 49 विभागों के 171 कोर्सो मे दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन विभाग में 6500 करीब सीटों पर दाखिले होने हैं। पोर्टल पर विद्यार्थी एक बार पंजीकृत करके विभिन्न कोर्सों के लिए आवेदन कर सकता है।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर एडमिशन सेल के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. राजेंद्र नाथ, छात्र कल्याण अधिष्ठाता, प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. डीएस राणा, प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. सीसी त्रिपाठी, प्रो. दिनेश कुमार, डा. संजीव गुप्ता, डा. हुकम सिंह, डा. अंकेश्वर प्रकाश व डा. दीपक राय बब्बर मौजूद रहे।