ब्लैक फंगस से बचाव के लिए विभाग सतर्क : अनुपमा

ब्लैक फंगस ने एक बार फिर से प्रदेश में दस्तक दे दी है लेकिन जिला ब्लैक फंगस के प्रभाव से अभी तक बचा हुआ है। हाल ही में दो सप्ताह पहले जिले में एक ब्लैक फंगस का मरीज मिला था जिसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:27 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:58 PM (IST)
ब्लैक फंगस से बचाव के लिए विभाग सतर्क : अनुपमा
ब्लैक फंगस से बचाव के लिए विभाग सतर्क : अनुपमा

-कोरोना की दूसरी लहर के बाद मिले थे तीन मरीज, इलाज के बाद सुरक्षित घर पहुंच गए थे तीनों

-15 दिन पहले करनाल निवासी एक मरीज आया था ब्लैक फंगस पाजिटिव, किया जा चुका है रेफर जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

ब्लैक फंगस ने एक बार फिर से प्रदेश में दस्तक दे दी है, लेकिन जिला ब्लैक फंगस के प्रभाव से अभी तक बचा हुआ है। हाल ही में दो सप्ताह पहले जिले में एक ब्लैक फंगस का मरीज मिला था, जिसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था। मगर वह भी करनाल का था। इसे भी करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कालेज में रेफर कर दिया गया था। हालांकि इससे पहले कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्वास्थ्य विभाग को जिले में ब्लैक फंगस के तीन मरीज मिले थे। तीनों मरीज शुरुआती दौर में थे। इसलिए सभी मरीज इलाज के बाद सुरक्षित अपने घरों में पहुंच गए थे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ब्लैक फंगस को लेकर एक बार फिर से अलर्ट मोड पर आ गया है। अगर यह लक्षण हों तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग में जांच कराएं

-ब्लैक फंगस के सबसे आम लक्षणों में चेहरे के किसी एक हिस्से में सूजन।

-काली पपड़ी का बनना

-लगातार सिरदर्द, नाक से खून आना या नाक के आसपास काला रंग पड़ना भी है।

अभी जागरूक रहने की जरूरत : डा. अनुपमा सिंह

डिप्टी सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मामले जरूर मिले थे। मगर अभी हाल ही में जिले में कोई भी ब्लैक फंगस का मामला नहीं मिला है। इसके अलावा लोगों से अपील है कि मास्क लगाकर रखें, बार-बार हाथों को साफ करना न भूलें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। अभी हमें सतर्क रहने की जरूरत है।

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