मौसम ले रहा करवट, धान की पनीरी बिजाई हो रही प्रभावित
- तेज हवाओं और बारिश से हो सकता है पनीरी को नुकसान
फोटो संख्या : 23 - तेज हवाओं और बारिश से हो सकता है पनीरी को नुकसान जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मई के अंतिम सप्ताह में धान की पनीरी बिजाई का काम जोरों पर हैं। इन्हीं दिनों में मौसम के बार-बार करवट लेने से किसानों को पनीरी खराब होने का डर सता रहा है। आसमान में बादल छाने और तेज हवाओं के साथ आने वाली बारिश से पनीरी को नुकसान हो सकता है। पिछले सप्ताह भर से रुक-रुक कर बूंदाबांदी होने के बाद रविवार को भी दोपहर बाद आसमान में बादल छा गए। ऐसे में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा है। इतना ही नहीं दिन भर करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चली और हवा में नमी का स्तर 31 फीसद रहा है। प्रदेश सरकार की ओर 15 मई से पहले धान की पनीरी की बिजाई करने पर रोक लगाई गई है। ऐसे में किसानों ने 15 मई के बाद ही धान की पनीरी बिजाई की तैयारी शुरू की। इसी के साथ मौसम भी करवट लेने लगा। आसमान में बादलों के साथ तेज हवा चलने और बूंदाबांदी के अनुमान पर किसानों ने पनीरी बिजाई के काम को दो-चार दिन के लिए स्थगित किया। इसके बाद अभी भी मौसम आए दिन करवट ले रहा है। गांव मथाना के अग्रणी किसान सुभाष ग्राक ने कहा कि बूंदाबांदी और तेज हवा से पनीरी के लिए खेत में डाली धान का बीज एक जगह इकट्ठा हो जाता है। इससे नुकसान का अंदेशा रहता है। अब कई दिनों तक मौसम खुश्क रहने की उम्मीद
मौसम विशेषज्ञों ने अब कई दिनों तक मौसम खुश्क रहने की उम्मीद जताई है। ऐसे में अधिकतम तापमान भी 38 से 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।