एक सप्ताह से उखाड़ी गलियां बरसात में लोगों के लिए बनी जी का जंजाल

रामनगर में सीवर डालने के लिए एक सप्ताह से उखाड़ी गलियां बरसात में लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 08:45 AM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 08:45 AM (IST)
एक सप्ताह से उखाड़ी गलियां बरसात में लोगों के लिए बनी जी का जंजाल
एक सप्ताह से उखाड़ी गलियां बरसात में लोगों के लिए बनी जी का जंजाल

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद

रामनगर में सीवर डालने के लिए एक सप्ताह से उखाड़ी गलियां बरसात में लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई हैं। लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। हालत यह है कि अब इन गलियों में वाहन गुजारना ही मुश्किल हो चला है।

रामनगरवासी पूर्व सब इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने बताया कि एक सप्ताह पहले सीवर डालने का काम आरंभ किया गया। इसके बाद गलियों की रिपेयर पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब बरसात में गलियों से पैदल गुजरना ही मुश्किल हो गया है। सोनू शर्मा, नरेश और राजेश कुमार ने बताया कि गलियां को रास्ते से भी गई गुजरी हो चुकी हैं। गलियों में दुपहिया निकलाना तक बंद किया हुआ है। इन ग्रामीणों ने बताया कि रात के समय तो घर से बाहर निकला ही नहीं जा सकता है। इन ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन ऐसे प्रबंध करवाए कि सीवर डालते ही गली की रिपेयर तुरंत की जाए। इसमें लापरवाही पर सख्ती कार्रवाई में अमल में लाई जानी चाहिए। अधिकांश महिलाओं ने बताया कि वे एक सप्ताह से घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी नगर में केंद्रीय सहकारी ग्रामीण बैंक है। इस बैंक तक उपभोक्ता नहीं पहुंच पा रहे हैं। नगर पालिका सचिव राकेश वालिया ने बताया कि वे खुद मौके का मुआयना करेंगे। यही नहीं ऐसे प्रबंध किए जाएंगे कि गलियों में ऐसे हालात पैदा ही ना हों।

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