सरपंच का भाई मकान के लैंटर में लगा रहा था नॉट फोर सेल का सीमेंट, टीम ने मारा छापा

गांव जोगीमाजरा के सरपंच का भाई अपने मकान के लैंटर में नॉट फोर सेल लिखा सीमेंट प्रयोग करते पकड़ा था। एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार की देखरेख में गठित टीम ने मौके से 13 कट्टे और 137 बैग सीमेंट के भरे मिले हैं। सरपंच के भाई ने सरकारी काम के दौरान उसकी सीमेंट लेने की सफाई दी है। वह किसी तरह का लिखित नहीं दिखा सका। प्रशासन ने इसमें आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 07:30 AM (IST)
सरपंच का भाई मकान के लैंटर में लगा रहा था नॉट फोर सेल का सीमेंट, टीम ने मारा छापा
सरपंच का भाई मकान के लैंटर में लगा रहा था नॉट फोर सेल का सीमेंट, टीम ने मारा छापा

संवाद सहयोगी, लाडवा : गांव जोगीमाजरा के सरपंच का भाई अपने मकान के लैंटर में नॉट फोर सेल लिखा सीमेंट प्रयोग करते पकड़ा था। एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार की देखरेख में गठित टीम ने मौके से 13 कट्टे और 137 बैग सीमेंट के भरे मिले हैं। सरपंच के भाई ने सरकारी काम के दौरान उसकी सीमेंट लेने की सफाई दी है। वह किसी तरह का लिखित नहीं दिखा सका। प्रशासन ने इसमें आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

एसडीएम लाडवा अनिल यादव को एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी। उसने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत जोगी माजरा के सरपंच का भाई मकान बना रहा है। वह लैंटर में सरकारी सीमेंट का प्रयोग कर रहा है। इन पर नॉट फोर सेल लिखा हुआ है। एसडीएम अनिल यादव ने एक टीम गठित की। जिसमें नायब तहसीलदार सुरेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पीडब्ल्यूडी के एसडीओ ललित कुमार को शामिल किया गया। शिकायत के आधार पर टीम ने मौके पर जाकर छापामारी की। यहां से 13 कट्टे खाली और 137 भरे हुए मिले। उन्होंने पूछताछ की तो बताया कि यह मकान गांव के सरपंच के भाई अश्वनी का है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सुरेश कुमार ने बताया कि अश्वनी के निर्माणाधीन मकान से नॉट फोर सेल लिखा सीमेंट बरामद किया। उनको अश्वनी ने बताया कि उक्त सीमेंट सरपंच से लिया है। सरपंच ने सरकारी काम के लिए उसका सीमेंट उधार लिया था। टीम ने उनसे लिखित मांगा तो वह कुछ नहीं दिखा सका। टीम ने सीमेंट सहित ट्रैक्टर-ट्राली को लाडवा पुलिस को सौंप दिया। इसकी रिपोर्ट बनाकर एसडीएम अनिल यादव को सौंप दी।

मामला रफा-दफा करने का प्रयास

समाचार लिखे जाने तक इस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था। जानकारों का कहना है कि मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। सत्ता पक्ष के एक नेता सरपंच का साथ दे रहे हैं। इधर ग्राम पंचायत सरपंच से बातचीत करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

chat bot
आपका साथी