कुवि के प्राचीन भारतीय इतिहास व पुरातत्व विभाग में दाखिले 17 से

प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में आनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो रही है। ऐसे में जो विद्यार्थी प्राचीन भारत और विश्व संस्कृति एवं इतिहास की खोज में रुचि रखते हैं। उनके लिए यह सुनहरा मौका है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Aug 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 16 Aug 2021 11:50 PM (IST)
कुवि के प्राचीन भारतीय इतिहास व पुरातत्व विभाग में दाखिले 17 से
कुवि के प्राचीन भारतीय इतिहास व पुरातत्व विभाग में दाखिले 17 से

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में आनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो रही है। ऐसे में जो विद्यार्थी प्राचीन भारत और विश्व संस्कृति एवं इतिहास की खोज में रुचि रखते हैं। उनके लिए यह सुनहरा मौका है।

विभागाध्यक्ष प्रो. राजपाल ने बताया कि यह विभाग विश्वविद्यालय के प्रारंभ होने से ही अस्तित्व में आ गया था। प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग देश की कला, स्थापत्य से अवगत करवाता है जो विद्यार्थी प्राचीन मंदिरों, स्तूपों, विहारों को जानने का इच्छुक हैं उनकी इच्छाएं इस विषय से पूरी हो सकती हैं। प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के विद्यार्थी स्कूल, कालेज से प्राध्यापक पद के अलावा सहायक पुरातत्वविद और पर्यटन सहायक के पद को प्राप्त कर सकते हैं। प्राचीन इतिहास में एमए की पढ़ाई करने से नेट, जेआरएफ में एमए की पढ़ाई करने से नेट, जेआरएफ की परीक्षा आसानी से पास हो जाती है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कि सिविल सर्विस में विषय के तौर पर सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला विषय इतिहास है। बहुत विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाएं पास करके आइपीएस, एसडीएम के पद तक भी पहुंचे हैं। विभाग में हर विद्यार्थी के लिए दो पेपर में 40 अंकों की प्रेक्टिकल परीक्षा का प्रावधान किया गया है ताकि विद्यार्थी बाहर फील्ड में जाकर विषय की गहराई को जान सकें। हर वर्ष एमए के विद्यार्थियों के लिए विभाग की ओर से 20 दिन के किसी पुरास्थल पर कैंप लगाया जाता है ताकि पुरास्थल पर रहकर उत्खनन कार्य की बारीकियों को सीखा जा सके। कुवि के लोक संपर्क विभाग के उप-निदेशक डा. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुवि के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के पाठ्यक्रमों में आनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू की जा रही है। स्नातकोत्तर एआइएच के पाठ्यक्रम में 40 सीटें निर्धारित हैं जिन पर विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं।

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