शिक्षक दंपती ने किचन गार्डन में सब्जी के साथ लगाए ऑक्सीजन वाले पौधे

कुरुक्षेत्र कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी ने लोगों की जीवनशैली के साथ खान-पान और किचन गार्डन को ही बदल दिया।लोग अब ऑक्सीजन देने वाले पौधों को अपनाने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:38 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:38 AM (IST)
शिक्षक दंपती ने किचन गार्डन में सब्जी के साथ लगाए ऑक्सीजन वाले पौधे
शिक्षक दंपती ने किचन गार्डन में सब्जी के साथ लगाए ऑक्सीजन वाले पौधे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी ने लोगों की जीवनशैली के साथ खान-पान और किचन गार्डन को ही बदल दिया।लोग अब ऑक्सीजन देने वाले पौधों को अपनाने लगे हैं। वह चाहे घर पर इंडोर या आउटडोर पौधे हो या फिर किचन गार्डन। हर तरफ ऑक्सीजन वाले पौधों को ही चाहते हैं। ऐसा ही कुछ किया है चक्रवर्ती मुहल्ले के शिक्षक दंपती अशोक कुमार और नीलम ने।

अशोक कुमार ने बताया कि वह राजकीय स्कूल किरमच में सांइस शिक्षक है। उसकी पत्नी नीलम एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाती है। लॉकडाउन में बच्चों को ऑनलाइन क्लास देने के बाद अधिकतर समय घर पर रहते हैं। उन्होंने किरमच स्कूल में दूसरे शिक्षकों के साथ मिलकर गार्डन तैयार किया। उसके मन में अपने घर का किचन गार्डन भी बेहतर बनाने का मन किया। पहले किचन गार्डन में इतना समय नहीं दे पाते थे। अब अधिकतर समय किचन गार्डन में बिताते हैं। वह परिवार सहित गार्डन में सुबह व शाम को काम करते हैं। उनके बच्चे भी पानी देने में उनका पूरा सहयोग करते हैं।

सब्जी से लेकर जड़ी बूटी तक

नीलम व अशोक कुमार ने बताया कि किचन गार्डन में बेलदार सब्जी, टमाटर, मिर्च, नींबू, बैंगन, चीकू, अनार लगा रखे हैं। अब तुलसी, आजवाइन, नींबू, शिमला मिर्च, पपीता व केला भी लगाया है। इसके साथ ऑक्सीजन देने वाले कई पौधे गार्डन में लगाए हैं। वे सामान्यत: खाने में अपने गार्डन में तैयार सब्जी ही प्रयोग करते हैं।इसके खाने का स्वाद अलग ही रहता है, जबकि बाजार की सब्जी में इतना टेस्ट नहीं होता।

घर में ही तैयार करते हैं खाद

नीलम ने बताया कि वह रसोई में गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग करती है। सूखे कूड़े को नगर परिषद की गाड़ी में डाल देती है, जबकि गीले कूड़े का खाद तैयार करती है। वह एक भी छिलका बाहर नहीं फेंकती। इनको मिट्टी में दबा देती है और कुछ दिनों बाद किचन गार्डन में खाद के रूप में प्रयोग कर लेते हैं। इससे सब्जी का स्वाद अलग ही आता है। हरियाली होने के चलते किचन गार्डन में मन लगता है।

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