कालाबाजारी का साम्राज्य होगा, घूसखोरी सर उठा के नाचेगी

कुरुक्षेत्र बाकी जहां तक आजादी का सवाल है तो बतला दूं कि हिदुस्तान को सिर्फ आजादी की जरूरत नहीं है और कहीं अगर ये हमें गलत तरीके से मिल गई तो मुझे कहने में हिचक नहीं कि आज से 70 साल बाद भी हालात ऐसे रहेंगे कि गोरे चले जाएंगे और भूरे आ जाएंगे। कालाबाजारी का साम्राज्य होगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Mar 2021 04:40 AM (IST) Updated:Wed, 24 Mar 2021 04:40 AM (IST)
कालाबाजारी का साम्राज्य होगा, घूसखोरी सर उठा के नाचेगी
कालाबाजारी का साम्राज्य होगा, घूसखोरी सर उठा के नाचेगी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बाकी जहां तक आजादी का सवाल है, तो बतला दूं कि हिदुस्तान को सिर्फ आजादी की जरूरत नहीं है और कहीं अगर ये हमें गलत तरीके से मिल गई तो मुझे कहने में हिचक नहीं कि आज से 70 साल बाद भी हालात ऐसे रहेंगे कि गोरे चले जाएंगे और भूरे आ जाएंगे। कालाबाजारी का साम्राज्य होगा। घूसखोरी सर उठा के नाचेगी, अमीर और अमीर होते जाएंगे, गरीब और गरीब और धर्म-जाति और जुबान के नाम पर इस मुल्क में तबाही का ऐसा नंगा नाच शुरू होगा, जिसे बुझाते बुझाते आने वाली नस्लों और सरकारों की कमर टूट जाएगी।

ऐसे ही बेहतरीन संवादों के साथ कला कीर्ति भवन के भरतमुनि रंगशाला में नाटक इंकलाब का मंचन किया। पीयूष मिश्रा का लिखा और संजीव लखनपाल के निर्देशित नाटक इंकलाब में सार्थक साहित्यिक संघ करनाल के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्यातिथि विद्या भारती संस्कृति शिक्षण संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह और विशिष्ट अतिथि केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा रहे। अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंच संचालन कला परिषद के मीडिया प्रभारी विकास शर्मा ने किया।

हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने कहा कि शहीदी दिवस नाटक इंकलाब में अमर शहीद भगत सिंह की कुर्बानी को याद करते हुए समाज को उनकी शहादत का मूल्य समझाने का प्रयास किया गया। इनकी शहादत से ही आज हम आजादी की सांस ले पा रहे हैं। अतिरिक्त निदेशक महाबीर गुड्डू ने कहा कि गांधी शिल्प बाजार और नाट्य महोत्सव से न केवल पर्यटकों और दर्शकों को मनोरंजन मिल रहा है, बल्कि कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है।

भगत सिंह व सुखदेव की बातों ने नाटक शुरू

नाटक के शुरुआत में ही भगत सिंह और सुखदेव मंच पर बैठे हैं। दोनों में वार्तालाप के दौर चल रहे हैं। भगत सिंह कहते हैं कि इश्क जैसी पाक साफ चीज के लिए आबोहवा ठीक नहीं, प्रेम अगले जन्म में। इस वक्त मेरी प्रेमिका सिर्फ और सिर्फ आजादी है। नाटक में भगत सिंह का किरदार विनोद कौशिक ने निभाया। वहीं शिव वर्मा की भूमिका नाटक निदेशक संजीव लखनपाल ने निभाई। किरदारों में तरुण विरमानी, सुशांत, गौतम पांचाल, दविद्र राणा, रोहित जोहान, बृजकिशोर अत्री, रजत शर्मा, आरजू रहेजा, कृतिका, यतिन शर्मा, सतपाल, रितुल, राजवीर तथा गुरनाम ने अपनी भूमिका अदा की।

अतिथियों ने की शिल्प मेले की सराहना

मुख्यातिथि रामेंद्र सिंह व विशिष्ट अतिथि मदन मोहन छाबड़ा ने दस दिवसीय गांधी शिल्प मेले का अवलोकन किया। हस्तशिल्प विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज के सहयोग से आयोजित शिल्प बाजार में आए दिन पर्यटकों की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। दिनभर आंगतुको का तांता लगा रहता है। एक ओर जहां पर्यटक शिलपकारों की कृतियों का आनंद ले रहे हैं, वहीं बढ़चढ़ कर खरीदारी करते हुए भी नजर आ रहे हैं।

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