शोरगिर बस्ती में सर्वे, 16 मकान मिले कच्चे

शोरगिर बस्ती में छत गिरने से वंश की मौत होने के बाद थानेसर नगर परिषद जागा है। आनन-फानन में नप ने सोमवार को शोरगिर बस्ती में सर्वे कराया गया। जिसमें 16 ऐसे मकान मिले हैं जिन्हें पक्का करने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Aug 2021 11:52 PM (IST) Updated:Mon, 09 Aug 2021 11:52 PM (IST)
शोरगिर बस्ती में सर्वे, 16 मकान मिले कच्चे
शोरगिर बस्ती में सर्वे, 16 मकान मिले कच्चे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शोरगिर बस्ती में छत गिरने से वंश की मौत होने के बाद थानेसर नगर परिषद जागा है। आनन-फानन में नप ने सोमवार को शोरगिर बस्ती में सर्वे कराया गया। जिसमें 16 ऐसे मकान मिले हैं, जिन्हें पक्का करने की जरूरत है। इनमें से कई मकानों की तो हालत इतनी खस्ता है कि कभी भी फिर से छत गिरने की पुर्नावृत्ति हो सकती है। नप टीम ने निवर्तमान पार्षद नितिन भारद्वाज लाली के साथ मिलकर सोमवार को सर्वे पूरा कर लिया है। अब इस सूची को सांसद नायब सिंह सैनी की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की सिफारिश के बाद ही कुछ हो पाएगा।

तीन दिन पहले हादसे में एक बच्चे की मौत

गौरतलब है कि शेखचहेली मकबरा के पास शोरगिर बस्ती में शुक्रवार सायं को बारिश रुकने के बाद अचानक एक घर की छत गिर गई थी। इस छत के नीचे नौ वर्ष के दो बच्चे दब गए थे। इनमें से एक बच्चे अमित को तो निकाल लिया गया था, लेकिन दूसरे बच्चे के दबने का पता एक से डेढ़ घंटे बाद लगा था। जब तक उसे निकाला गया तब तक वंश की मौत हो चुकी थी। इस हादसे के बाद शोरगिर बस्ती में कई परिवारों ने यहां आने वाले नेताओं को खरी-खरी सुनाई थी और जर्जर मकानों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत भी की थी। निवर्तमान पार्षद नितिन भारद्वाज ने ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि एक बच्चे को कच्ची छत होने की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी। शोरगिर बस्ती में सर्वे किया जा रहा है। इनको प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्की छत मिल सकेगी।

पक्के मकान बनवाने का आश्वासन

पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सांसद नायब सिंह सैनी अगले दिन परिवार से मिलने के लिए शोरगिर बस्ती पहुंचे थे। यहां उन्होंने खुद मकानों की स्थिति देखी और लोगों की शिकायत के बाद थानेसर नगर परिषद को फिर से बस्ती में सर्वे करने के आदेश दिए। सोमवार को नप की तीन सदस्यीय टीम ने बस्ती का सर्वे किया। यहां पर टीम को ऐसे 16 मकान मिले, जिनकी हालत खराब मिली हैं। इनमें से कई मकानों की हालत तो इतनी खस्ता थी कि कभी भी छत गिरने की स्थिति में है। वहीं दस से 12 ऐसे मकान भी मिले हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सहायता राशि मुहैया कराई गई है।

वर्जन :

प्रोजेक्ट इंचार्ज मदन चौहान ने बताया कि शोरगिर बस्ती में फिर से सर्वे कराया गया है। बस्ती में 16 मकान कच्चे मिले हैं। इसके अलावा 10 से 12 मकान प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में आ चुके हैं।

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