दिव्यांग बच्चों के लिए दस दिवसीय आवासीय करियर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू

कुरुक्षेत्र में दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समग्र शिक्षा की ओर से गुर्जर धर्मशाला में 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Feb 2021 08:23 AM (IST) Updated:Mon, 15 Feb 2021 08:23 AM (IST)
दिव्यांग बच्चों के लिए दस दिवसीय आवासीय करियर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
दिव्यांग बच्चों के लिए दस दिवसीय आवासीय करियर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समग्र शिक्षा की ओर से गुर्जर धर्मशाला में 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हुई। इसका शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने किया। मंच संचालन एपीसी सतबीर कौशिक ने किया।

डीईओ अरुण आश्री ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में 9वीं से 12वीं कक्षा के कुल 140 बच्चे भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि पूरा देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ रहा है और दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाए बगैर यह उद्देश्य हासिल नहीं किया जा सकता। दिव्यांग आत्मनिर्भर होंगे तो भारत निश्चित तौर पर आत्मनिर्भर होगा। विद्यार्थियों को व्यवसायिक शिक्षा देने के लिए जहां स्कूलों में वोकेशनल टीचर्स लगाए गए हैं। वहीं उम्मीद पोर्टल के माध्यम से प्रशिक्षण व रोजगार की संभावना की जानकारी दी जा रही है। समय समय पर स्कूलों में कैरियर गाइडेंस कैंप भी लगाए जा रहे है।

इस मौके पर डीपीसी रामदिया गागट, एपीसी संजय कौशिक, सुनील कौशिक, डा. कृष्णा, करनैल सिंह, वैज्ञानिक ज्ञानेंद्र सिंह, कमलेश कुमार, तकनीकी सहायक अभिषेक द्विवेदी, राहुल कुमार, महेंद्र सिंह, डा. राम मेहर अत्री व सुदर्शन मौजूद रहे।

कन्नौज के विशेषज्ञ देंगे बच्चों को प्रशिक्षण

समग्र शिक्षा के तहत फ्रेगनेंस व फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर (एफएफडीसी), कन्नौज (उत्तर प्रदेश) के विशेषज्ञ बच्चों को ट्रेनिग देंगे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से विद्यार्थियों को स्वरोजगार अपना कर आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। बच्चों के चार अलग-अलग बैच बनाकर ट्रेनिग दी जाएगी। प्रशिक्षण सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। इसके अलावा एफएफडीसी कन्नौज सभी को प्रशिक्षण किट भी प्रदान करेगा, जिसमें कुछ बुनियादी कच्चे माल भी होगा।

प्रशिक्षण में परफ्यूम बनाना सीखेंगे बच्चे

प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अगरबत्ती, परफ्यूम और गुलाब जल के व्यवसाय में निर्माण, इस्तेमाल कच्चे माल की मूल बातें समझना है। कार्यक्रम में इन उत्पादों के विनिर्माण का व्यावहारिक प्रदर्शन भी किया जाएगा। प्रशिक्षण के माध्यम से विद्यार्थी अगरबत्ती, धूप पट्टी, हवन सामग्री, शंकु और इत्र बनाने के साथ-साथ गुलाब जल, गुलकंद, गुलाल, फेस पैक और परफ्यूम बनाना सीखेंगे।

इन जिलों के बच्चे लेंगे प्रशिक्षण

जिला बच्चे

कुरुक्षेत्र 24

यमुनानगर 29

करनाल 34

अंबाला 29

पंचकूला 28

कुल 140

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