महाअष्टमी पर सजे मंदिर, कन्या पूजन की तैयारियां पूरी

कुरुक्षेत्र श्रीदुर्गाष्टमी के लिए धर्मनगरी के मंदिर सज गए हैं वहीं श्रद्धालुओं ने भी कन्या पूजन के लिए एक दिन पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली। मंगलवार को पूरा दिन अष्टमी तिथि रहेगी। श्रद्धालु बिना किसी दौड़ धूप के कन्या पूजन कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:18 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:18 AM (IST)
महाअष्टमी पर सजे मंदिर, कन्या पूजन की तैयारियां पूरी
महाअष्टमी पर सजे मंदिर, कन्या पूजन की तैयारियां पूरी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीदुर्गाष्टमी के लिए धर्मनगरी के मंदिर सज गए हैं, वहीं श्रद्धालुओं ने भी कन्या पूजन के लिए एक दिन पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली। मंगलवार को पूरा दिन अष्टमी तिथि रहेगी। श्रद्धालु बिना किसी दौड़ धूप के कन्या पूजन कर सकेंगे। श्रीदुर्गाष्टमी पर मंदिरों में भंडारे लगाए जाएंगे, वहीं भजन संध्या का भी आयोजन होगा।

विदेशी फूलों से दिया भव्य रूप

हरियाणा के एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली में श्रीदुर्गाष्टमी को होने वाले 52 शक्तिपीठ पूजन के लिए मंदिर को एक बार फिर से देशी व विदेशी फूलों से सजाया गया है। एमिल पुष्प श्रृंगार सेवा के तहत कई तरह के विदेशी फूल मां के भवन को भव्य रूप देने की कोशिश में लगाए हैं। जिसमें ट्यूलिप, ग्लेडियोलस, जरबेरा, ब्लू लेवेंडर व लिलियम प्रमुख है ।

मंदिर प्रवेश द्वार, मुख्य भवन और परिसर में कई स्थानों में फूलों से आकर्षक सजावट की गई है। फूलों से ही शब्द लिखे गए हैं। मंदिर परिसर फूलों की खुशबू से महक रहा है। मंदिर की सजावट के लिए भारत के साथ ही श्रीलंका, आस्ट्रिया, आस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड से विशेष फल-फूल मंगवाए गए है। मंदिर के पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि इस अद्भुत पुष्प श्रृंगार के सभी कुरुक्षेत्र वासी साक्षी रहेंगे और मां के भवन की दिव्यता आगे बढ़ती रहेगी। श्री दुर्गाष्टमी को 52 शक्तिपीठ ज्योति पूजन में सिर्फ 52 परिवार ही सम्मिलित हो सकेंगे, बाकी भक्त आनलाइन ही इस कार्यक्रम को देख सकेंगे।

दिनभर रहेगी अष्टमी तिथि

गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक पंडित रामराज कौशिक ने बताया कि चैत्र नवरात्रि 2021 की अष्टमी तिथि सोमवार को मध्य रात्रि 12 बजकर 02 मिनट से आरंभ हो जाएगी। अष्टमी तिथि 21 अप्रैल को मध्य रात्रि 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगी। इसके बाद नवमी तिथि का प्रारंभ होगी। इसलिए अष्टमी व नवमी दोनों ही दिन नवरात्रि व्रत का पारण और कन्या पूजन के लिए पर्याप्त समय मिल रहा है।

कन्या पूजन के लिए खूब हुई खरीदारी

श्रद्धालुओं ने श्रीदुर्गाष्टमी पर कन्या पूजन के लिए खूब खरीदारी की। श्रद्धालुओं ने कन्याओं के लिए श्रृंगार, टीफिन, लाल चुनरी, बर्तन, पाठ्य सामग्री, फल की खरीदारी की। सुबह सूर्याेदय के साथ ही घरों में कन्या पूजन आरंभ हो जाएगा।

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