विश्व भर में नाम चमकाने वाले खिलाड़ियों से प्रेरणा लें युवा : टाया

रोड़ क्षत्रिय प्रगति मंच के प्रदेशाध्यक्ष बाबू राम टाया ने कहा कि युवाओं को विश्व भर में नाम चमकाने वाले हमारे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। खेलों में पदक लाने पर भी प्रदेश सरकार की ओर से खिलाड़ियों को कई तरह की सुविधाएं देने के साथ-साथ करोड़ों रुपये इनाम में दिए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:30 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:58 PM (IST)
विश्व भर में नाम चमकाने वाले खिलाड़ियों से प्रेरणा लें युवा : टाया
विश्व भर में नाम चमकाने वाले खिलाड़ियों से प्रेरणा लें युवा : टाया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : रोड़ क्षत्रिय प्रगति मंच के प्रदेशाध्यक्ष बाबू राम टाया ने कहा कि युवाओं को विश्व भर में नाम चमकाने वाले हमारे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। खेलों में पदक लाने पर भी प्रदेश सरकार की ओर से खिलाड़ियों को कई तरह की सुविधाएं देने के साथ-साथ करोड़ों रुपये इनाम में दिए जा रहे हैं। वह रविवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में दक्षिणी घाट पर मंच के स्टाल का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि मंच की ओर से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूक किया जाएगा। मंच की ओर से युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने के साथ-साथ खेलों से जुड़ने के लिए भी जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नशे जद में फंसे युवा अपने जीवन को अंधेरे में धकेल रहे हैं। युवाओं को अपना भविष्य संवारने के लिए खेलों की ओर ध्यान देना चाहिए। प्रदेश के खिलाड़ी ओलिपियन नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिपिक में सोना जीतकर विश्व भर में अपने माता-पिता, समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर दिया है।

युवा पीढ़ी खिलाड़ियो से प्रेरणा ले

उन्होंने कहा कि ओलिपियन सरेंद्र कुमार पालड़ ने ओलिपिक में देश की झोली में कांस्य पदक डालकर कुरुक्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है। युवा पीढ़ी को इन खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर खेलों की ओर ध्यान देना चाहिए। इस मौके पर महामंत्री रामपाल टुर्ण, कोषाध्यक्ष धर्मपाल, मुख्य सलाहकार मा. अमर सिंह, प्रचार मंत्री नसीब सिंह, उपाध्यक्ष राजेंद्र मथाना, मेहर सिंह नंबरदार, सुल्तान सिंह टाया, पृथ्वी सिंह, महेंद्र सिंह, डा. मेहर सिंह खैंची मौजूद रहे।

भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन इतिहास का है स्वर्ण युग : मिश्र जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग है। भारत की धरती के जितनी भक्ति और मातृ-भावना उस युग में थी, उतनी कभी नहीं रही। मातृभूमि की सेवा और उसके लिए मर-मिटने की, जो भावना उस समय थी, वह गीता से प्रेरित थी। यह विचार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन में आयोजित कार्यक्रम के नौवें दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में गीता की भूमिका विषय पर गीता संवाद कार्यक्रम में मिशन के संस्थापक डा. प्रकाश मिश्र ने व्यक्त किए।

डा. प्रकाश मिश्र ने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने आजादी के आंदोलन में सर्वप्रथम स्वदेशी एवं स्वराष्ट्र का उदघोष किया। स्वामी दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश से क्रांतिकारियों भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण प्रेरणा प्राप्त की। अपने-अपने तरीके से बलिदान दिए। इस स्वतंत्रता के युग में साहित्यकार और लेखकों ने भी अपना भरपूर योगदान दिया।

chat bot
आपका साथी