ग्रीष्मकालीन ऑनलाइन शिविर में 36 प्रतियोगिता होंगी

कुरुक्षेत्र एडीसी प्रीति ने कहा कि बाल कल्याण परिषद बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस वैश्विक महामारी के चलते सराहनीय कार्य कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:20 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:20 AM (IST)
ग्रीष्मकालीन ऑनलाइन शिविर में 36 प्रतियोगिता होंगी
ग्रीष्मकालीन ऑनलाइन शिविर में 36 प्रतियोगिता होंगी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एडीसी प्रीति ने कहा कि बाल कल्याण परिषद बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस वैश्विक महामारी के चलते सराहनीय कार्य कर रहा है। छह जून तक ऑनलाइन ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों के लिए 36 सीखने की गतिविधियां व प्रतियोगिता कराई जाएगी।

उन्होंने ये बात मंगलवार को एडीसी कार्यालय से हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित ऑनलाइन राज्यस्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं के आयोजन से न केवल बच्चे उबाऊपन से बचेंगे बल्कि वे सक्रिय बनेंगे व उनका मानसिक विकास भी होगा। यह प्रतियोगिताएं 17 मई से छह जून तक निरंतर चलेंगी।

प्रतियोगिता साप्ताहिक तरीके से सूचीबद्ध

जिला बाल कल्याण अधिकारी सुखमिद्र सिंह ने बताया कि 3 वर्ष से 18 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चे अपनी अभिरुचि के अनुरूप इसमें हिस्सा ले पाएंगे। पहला सप्ताह 17 मई से 23 मई, दूसरा सप्ताह 24 मई से 30 मई और तीसरा सप्ताह 31 मई से 6 जून तक चलेगा। 29 मई को बेबी शो होगा को कि 6 महीने की आयु से 3वर्ष तक के बच्चों के बीच रहेगा।

फोटो या वीडियो कर सकेंगे अपलोड

उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं के लिए बच्चे अपने कार्यक्रम की फोटो या वीडियो दिए गए पोर्टल पर अपलोड कर पाएंगे और प्रतियोगिताओं का हिस्सा बन पाएंगे।

अखंड हनुमान गोशाला को मिली पांच एकड़ जमीन

संवाद सहयोगी, लाडवा : सरकार के आदेशों पर प्रशासन ने अखंड हनुमान गोशाला में पल रहे करीब 550 गोवंश के हरे चारे के लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। अखंड हनुमान गोशाला के संचालक स्वामी सत्यानंद महाराज ने बताया कि कोरोना महामारी का असर गोशालाओं पर भी देखने को मिला था। न केवल चारे की समस्या पैदा हो गई थी, बल्कि दानी सज्जनों व गो भक्तों की कमी के चलते आने वाली दान की राशि भी कम हो गई, जिसके चलते गोशाला में गो सेवा के लिए कार्य कर रहे मजदूरों को मजदूरी देने के लाले पड़ गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन ने गोशालाओं में पल रही गोवंश की चिता सताई। उन्होंने गोशाला के लिए पांच एकड़ जमीन हरे चारे के लिए उपलब्ध करवाई है, इसके लिए पिपली के बीडीपीओ सहित मथाना के पूर्व सरपंच तेजपाल व सचिव साहब सिंह की भूमिका अहम रही है।

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