भू-भौतिकी विभाग में आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 16 सितंबर
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूभौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि भूभौतिकी के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलते हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूभौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि भूभौतिकी के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलते हैं। कुवि को भूभौतिकी विभाग अप्लाइड जियोफिजिक्स में मास्टर डिग्री प्रदान करने वाले भारत के बहुत कम संस्थानों में से एक है। उन्होंने बताया कि इस तीन वर्षीय मास्टर डिग्री में व्यावहारिक कार्य, क्षेत्र प्रशिक्षण, सेमिनार और मजबूत उद्योग संपर्क पर अत्यधिक जोर दिया जाता है। इस पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए न्यूनतम योग्यता बीएससी में दो विषयों भौतिकी और गणित के साथ कम से कम 55 प्रतिशत अंक है। उन्होंने बताया कि भू-भौतिकी में दाखिलों के लिए 16 सितंबर तक आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। विभाग की ओर से च्वाइस क्रेडिट आधारित मूल्यांकन प्रणाली के साथ लर्निंग आउटकम बेस्ड करिकुलम फ्रेमवर्क (एलओसीएफ) को अपनाया गया है तथा उद्योग, अनुसंधान एवं विकास और विभाग के पूर्व छात्रों से फीडबैक लेकर नवीनतम रुझानों को ध्यान में रखते हुए इस सत्र के पाठ्यक्रम को अपडेट किया गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग के छात्र ओएनजीसी, सीएसआईआर-एनजीआरआई, भूजल बोर्ड, एमईसीएल आदि जैसे संगठनों के साथ भूभौतिकीय क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि विभिन्न भूभौतिकीय उपकरणों को संभालने में उनके कौशल को बढ़ाया जा सके और उद्योग में नवीनतम जानकारी प्राप्त की जा सके।
कुवि के लोक संपर्क विभाग के उप-निदेशक डा. दीपक राय बब्बर ने बताया कि एमएसएसी टेक्नोलाजी इन अप्लाइड जियोलाजी की 25 सीटों के लिए आनलाइन दाखिला प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हुई है और 16 सितंबर तक जारी रहेगी। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की दाखिला संबंधी जानकारी के लिए आनलाइन हेल्पडेस्क का भी गठन किया गया है। इसके माध्यम से दाखिलों के लिए आवेदकों के सामने आ रही समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।