विद्यार्थियों के रचनात्मक कार्यो से ही विश्वविद्यालयों में बढ़ती शोध और शिक्षण की गुणवत्ता : शर्मा

कुवि के कुलपति डॉ. कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा है कि विद्यार्थी जितना अधिक रचनात्मक कार्यों में भाग लेंगे उतना अधिक सीखेंगे व इससे ही विश्वविद्यालय में शोध व शिक्षण की गुणवत्ता भी बढेगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 01:50 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 01:50 AM (IST)
विद्यार्थियों के रचनात्मक कार्यो से ही विश्वविद्यालयों में बढ़ती शोध और शिक्षण की गुणवत्ता : शर्मा
विद्यार्थियों के रचनात्मक कार्यो से ही विश्वविद्यालयों में बढ़ती शोध और शिक्षण की गुणवत्ता : शर्मा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

कुवि के कुलपति डॉ. कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा है कि विद्यार्थी जितना अधिक रचनात्मक कार्यों में भाग लेंगे उतना अधिक सीखेंगे व इससे ही विश्वविद्यालय में शोध व शिक्षण की गुणवत्ता भी बढेगी। वे बृहस्पतिवार को कुलपति कार्यालय में जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा प्रकाशित केयू पल्स स्टूडेंट ई-लैब -लैब जरनल के विमोचन अवसर पर बोल रहे थे।

उन्होंने संस्थान व इसके विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा कि इस लैब जरनल से विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में होने वाली गतिविधियां सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों तक पहुंचेगी। इससे विद्यार्थी निरंतर कुछ नया सीखेंगे व विश्वविद्यालय में होने वाली गतिविधियों का भी डाक्यूमेंटेशन हो सकेगा। संस्थान के निदेशक प्रो. एसएस बूरा ने कहा कि पिछले कई वर्षों से संस्थान में स्टूडेंट लैब जनरल प्रकाशित करने की चर्चा थी लेकिन इस बार संस्थान के विद्यार्थियों ने निर्धारित समय अवधि में इसे तैयार किया है। इस लैब जर्नल का उद्देश्य विद्यार्थियों के समाचार पत्र निर्माण की प्रक्रिया से अवगत करवाना व साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के साथ संवाद बढ़ाना है। विभाग के शिक्षक डॉ. आबिद अली की देखरेख में किए जा रहे इस कार्यक्रम में विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।

संस्थान की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. बिन्दु शर्मा ने कहा कि स्टूडेंट ई-लैब जरनल विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय की गतिविधियों को रिपोर्ट करने का एक सकारात्मक प्रयास है। विभाग के शिक्षक व इस लैब जर्नल के टीचर इंचार्ज डॉ. अशोक ने बताया कि यह जरनल अंग्रेजी व ¨हदी दोनों भाषाओं में प्रकाशित होगा व विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी व कर्मचारी इसे अपने मोबाईल स्क्रीन पर ही पढ़ सकेंगे।

chat bot
आपका साथी