एसपी की दो टूक, आपका पहले काम कैसा था मुझे कोई लेना-देना नहीं, अपने समय से काम को देखता हूं
कुरुक्षेत्र। एसपी राजेश दुग्गल ने कार्यभार संभालने के बाद शनिवार को पहली बार डीएसपी थाना और चौकी प्रभारियों की बैठक ली।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एसपी राजेश दुग्गल ने कार्यभार संभालने के बाद शनिवार को पहली बार डीएसपी, थाना और चौकी प्रभारियों की बैठक ली। पुलिस लाइन के हॉल में एक दूसरे परिचय लेने के बाद कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए गंभीरता के साथ चर्चा की। इसमें पुलिसकर्मियों के आमजन के साथ व्यवहार रखने के साथ जनप्रतिनिधियों की बातों पर भी अमल करने के निर्देश दिए। एसपी ने बैठक शुरू करते ही दो टूक शब्दों में कहा कि आपका पहले काम कैसा था मुझे कोई लेना-देना नहीं? मैं अपने समय से काम को देखता हूं। उन्होंने इसके साथ आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए।
वर्दी की गरिमा बनाकर रखें
एसपी ने कहा कि वर्दी हमारा गहना है और वर्दी ही हमारी पहचान है। इसकी गरिमा को बनाए रखना हर मुलाजिम का कर्तव्य बनता है। किसी भी काम की शुरुआत, मध्य व अंत अच्छा हो वही काम अच्छा कहलाता है। मुलाजिमों के वेलफेयर में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी। छुट्टी के संबंध में परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इसके साथ सभी अपनी ड्यूटी इमानदारी के साथ करें। अपनी पावर का गलत इस्तेमाल नहीं करें। किसी तरह की शिकायत मिलने पर दोषी मुलाजिम को बक्शा नहीं जाएगा। वे ड्यूटी की व्यस्तता के साथ खुद के लिए कुछ समय निकालें।
घटना छुपाने की बजाय आगे जानकारी दें
सभी प्रबंधक थाना व थाना के हलका अफसर अपने इलाके में किसी भी प्रकार की घटना की सूचना तुरंत अपने सीनियर अधिकारी को दें। थाना प्रभारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से खुल कर बात करें। ताकि उनका आपस में अच्छा तालमेल बना रहे। किसी भी कर्मचारी को घरेलू या विभाग संबंधित कोई समस्या आती है तो वह तुरंत अपने उच्चाधिकारी से बात करें। कोई कर्मचारी शराब पीकर या अन्य किसी नशे के कारण पुलिस की छवि खराब न करें। ऐसा कोई पुलिसकर्मी है तो उसकी सूचना दी जाएं। उसको पुलिस लाइन में लगाया जाएगा।
हर रविवार को सफाई और विशेष भोज
एसपी ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था कायम रखने के साथ थाने और चौकियों को स्वच्छ रखा जाएं। इसके लिए हर रविवार को सफाई करवाई जाएं। इसके साथ रविवार के दिन विशेष भोज की व्यवस्था की जाएं। ताकि कर्मचारियों में आपसी तालमेल बना रहे। शिकायतों का थाना में तुरंत निपटारा किया जाएं। आम नागरिक एसपी कार्यालय या अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ें। जिले में प्रभावी पेट्रोलिग शुरू की जाएं। इससे अपराधियों में डर बना रहेगा। जिले के के सीलिग की योजना भी तैयार की जाएगी।