प्रशासन के सहयोग में जुटी समाजसेवी संस्थाएं, मरीजों के घर-घर पहुंचाए जा रहे ऑक्सीजन

लाडवा कोरोना महामारी व अन्य गंभीर बीमारियों से घर पर ही जूझ रहे रोगियों के लिए घर-घर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने का कार्य में प्रशासन के सहयोग में समाजसेवी संस्थाओं जुटी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:21 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:21 AM (IST)
प्रशासन के सहयोग में जुटी समाजसेवी संस्थाएं, मरीजों के घर-घर पहुंचाए जा रहे ऑक्सीजन
प्रशासन के सहयोग में जुटी समाजसेवी संस्थाएं, मरीजों के घर-घर पहुंचाए जा रहे ऑक्सीजन

संवाद सहयोगी, लाडवा : कोरोना महामारी व अन्य गंभीर बीमारियों से घर पर ही जूझ रहे रोगियों के लिए घर-घर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने का कार्य में प्रशासन के सहयोग में समाजसेवी संस्थाओं जुटी हुई है। डीसी शरणदीप कौर बराड़ व सिटी मजिस्ट्रेट निशा यादव के मार्गदर्शन व जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव रणदीप सिंह श्योकंद, सहायक सचिव रमेश चौधरी, समिति के सभी स्टाफ सदस्यों एवं स्वयं सेवकों के सहयोग से घर-घर आक्सीजन सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानी राजा अजीत सिंह लाडवा मेमोरियल ट्रस्ट के चेयरमैन समाजसेवी सरदार लखविद्र पाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि लाइफलाइन ऑक्सीजन 200 गंभीर मरीजों के घरों तक पहुंचाई जा चुकी है। इसके लिए ट्रस्ट ने ऑक्सीजन सिलेंडर जिला रेडक्रॉस सोसायटी को दिए हुए हैं। कोई भी गंभीर रोगी, जिसे घर पर ऑक्सीजन की आवश्यकता हो वह सरकार के पोर्टल पर अपना विवरण दर्ज करके अप्लाई कर सकता है। रेडक्रॉस समिति की टीम को यदि जांच के पश्चात वह केस ठीक लगता है तो समिति के स्वयं सेवक एवं ट्रस्ट के पदाधिकारी स्वयं चिकित्सकों की टीम के साथ मरीज के घर पर आक्सीजन सिलेंडर पहुंचा देते है। डिस्टिल वाटर की एक बोतल प्रत्येक सिलेंडर के साथ दी जाती है। ट्रस्ट के प्रधान गुलशन कुमार ग्रोवर ने बताया कि मरीज को केवल आक्सीजन सिलेंडर की रिफिल का खर्च मात्र 300 रुपये देना पड़ता है। मरीज से किसी प्रकार का डिलीवरी शुल्क ट्रस्ट या रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से नहीं लिया जाता।

जिला कारागार में लगाया वैक्सीनेशन शिविर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला कारागार में वैक्सीनेशन शिविर लगाया गया। इसका उद्देश्य जिला कारागार में बंदियों को कोविड-19 से सुरक्षित रखना और उन्हें वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक करना है।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी ने शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जेल में बंदियों को भी कोरोना वायरस से बचाकर रखना बहुत जरूरी है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जेल बंदियों का वैक्सीनेशन किया गया। शिविर में जेल के करीब 336 बंदियों को वैक्सीन लगाई गई। बंदियों को मास्क, सैनिटाइजर और कोरोना वायरस के प्रति जागरुक करने वाले पंपलेट भी दिए गए। पैनल के अधिवक्ता जसविद्र पाल सिंह को दोषियों, विचाराधीन कैदियों की सहमति का आकलन करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है।

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