एसएफआइ ने फीस वृद्धि वापस लेने और प्रवेश परीक्षा करवाने को लेकर सौंपा ज्ञापन

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) की इकाई ने वीरवार को फीस बढ़ोतरी को वापस लेने और प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिले करने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 11:56 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 11:56 PM (IST)
एसएफआइ ने फीस वृद्धि वापस लेने और प्रवेश परीक्षा करवाने को लेकर सौंपा ज्ञापन
एसएफआइ ने फीस वृद्धि वापस लेने और प्रवेश परीक्षा करवाने को लेकर सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) की इकाई ने वीरवार को फीस बढ़ोतरी को वापस लेने और प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिले करने की मांग की है। इस मांग को लेकर एसएफआई ने कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा और डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजुला चौधरी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि कुवि में मेरिट के आधार पर दाखिलों से विद्यार्थियों को समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।

एसएफआई के कुवि इकाई सचिव मोहित बूरा ने कहा कि कोरोना महामारी ने शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को गंभीर रूप से बाधित किया है। लाकडाउन में लाखों लोग बेरोजगार हुए हैं और उनका सीधा असर उनके परिवार पर पड़ा है, जिसमें विद्यार्थी वर्ग भी शामिल है। इस विकट परिस्थितियों में विवि की ओर से फीस बढ़ाया जाना जायज नहीं है। जिला संयोजक गगन ने बताया कि विवि की ओर से एमए हिदी, अंग्रेजी, एमकाम, बी लिब में दो से ढाई हजार, बीए मास काम, बीएससी मल्टीमीडिया और ग्रा़िफक्स में चार से पांच हजार और एमबीए (2 वर्ष और 5 वर्ष) की फीस में 10 से 12 हजार रुपये की बढ़ोतरी की है। उन्होंने इन बढ़ी हुई फीस को वापस लेने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दाखिलों में प्रवेश परीक्षा ना होने पर योग्य प्रतिभागियों में गहरी निराशा है। महर्षि दयानंद विवि प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला ले रहा है, जबकि कुवि में मेरिट आधार पर दाखिले दिए जा रहे हैं।

उचित कार्यवाही का दिया आश्वासन

डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजुला चौधरी ने विद्यार्थियों की मांगों को सुनने के बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। एसएफआई के प्रतिनिधिमंडल ने भी उनके रवैये को सकारात्मक बताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कुवि प्रशासन छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लेगा।

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