कस्टम मीलिग घोटाले में मिल मालिकों पर शिकंजा, फिजिकल वेरीफिकेशन के आदेश

कस्टम मीलिग में चावल घोटाला करने वाले राइस मिलरों पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने शिकंजा कस दिया है। निदेशालय ने अब प्रदेशभर के राइस कोमिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन कराने का फैसला लिया है। अब 70 नहीं 90 फीसद से कम चावल देने वाले राइस मिलों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में ऐसे 65 राइस मिल हैं। विभाग की सख्ताई के बाद मिल मालिकों की धड़कन बढ़ने लगी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 08:40 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 08:40 AM (IST)
कस्टम मीलिग घोटाले में मिल मालिकों पर शिकंजा, फिजिकल वेरीफिकेशन के आदेश
कस्टम मीलिग घोटाले में मिल मालिकों पर शिकंजा, फिजिकल वेरीफिकेशन के आदेश

जगमहेंद्र सरोहा, कुरुक्षेत्र : कस्टम मीलिग में चावल घोटाला करने वाले राइस मिलरों पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने शिकंजा कस दिया है। निदेशालय ने अब प्रदेशभर के राइस कोमिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन कराने का फैसला लिया है। अब 70 नहीं 90 फीसद से कम चावल देने वाले राइस मिलों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में ऐसे 65 राइस मिल हैं। विभाग की सख्ताई के बाद मिल मालिकों की धड़कन बढ़ने लगी हैं।

खाद्य एवं आपूर्ति निदेशक ने सभी डीएफएससी को पत्र जारी किया है। उन्होंने आदेश किए हैं कि चावल मामले में हर मिल की फिजिकल वेरीफिकेशन की जाएं और इसकी रिपोर्ट जल्द दी जाएं। विभागीय अधिकारियों ने इसके लिए इंस्पेक्टर व दूसरे अधिकारियों की एक टीम बनाने का फैसला लिया है। अधिकारियों की माने तो स्थानीय अधिकारी अपने स्तर पर राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन कराने की तैयारी में थे। इसी बीच डीएफएससी राजेश्वर मौदगिल का कुरुक्षेत्र से चरखी दादरी तबादला हो गया। कुशल पाल बुरा ने वीरवार को ज्वाइन कर लिया है।

पहले 25 थे अब 65 पहुंची संख्या

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने चावल की 70 फीसद से कम रिकवरी देने वाले मिल मालिकों पर कार्रवाई का फैसला लिया था। जिले में ऐसे मिलों की संख्या 25 है। निदेशालय ने मामला गर्माने पर सख्त कदम उठाते हुए 90 फीसद से कम रिकवरी देने वाले मिल मालिकों को कार्रवाई में शामिल करने का फैसला लिया है। इस कैटेगरी में जिले के 65 मिल आते हैं।

यह है मामला

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस बार 238 राइस मिलों को 11.47 लाख मीट्रिक टन धान चावल निकालने के लिए दिया था। विभाग के पास अब तक करीब 7.86 लाख मीट्रिक टन चावल वापस आ पाया है। इसमें से करीब 6.45 लाख मीट्रिक टन की सप्लाई आगे कर चुका है। दैनिक जागरण ने गत दिनों कस्टम मीलिग में चावल घोटाले को उजागर किया था। राइस मिलों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं है। राइस मिल चावल निकालने के लिए लगे हुए हैं। पिछले दिनों कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते मीलों में इतना काम नहीं हो पाया था। मिल मालिक एक-एक दाना देने को बचनबद्ध है।

ज्वैल सिगला, चेयरमैन, हरियाणा राइस मिलर एसोसिएशन। मैंने वीरवार को ज्वाइन किया है। चावल मामले के बारे में जानकारी ली है। 85 फीसद रिकवरी हुई है। बाकी रिकवरी को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

कुशल पाल बुरा, नियंत्रक, डीएफएससी।

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