स्वदेशी तकनीक आत्मनिर्भर भारत का रास्ता विषय पर वैज्ञानिकों ने की चर्चा

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर एक दिवसीय वेबिनार किया गया। इसका विषय रमन टेक्नोलॉजी फॉर आत्मनिर्भर भारत रहा। यह विज्ञान भारती हरियाणा व एनआइटी कुरुक्षेत्र की संयुक्त प्रस्तुति रही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 05:46 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 05:46 AM (IST)
स्वदेशी तकनीक आत्मनिर्भर भारत का रास्ता विषय पर वैज्ञानिकों ने की चर्चा
स्वदेशी तकनीक आत्मनिर्भर भारत का रास्ता विषय पर वैज्ञानिकों ने की चर्चा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर एक दिवसीय वेबिनार किया गया। इसका विषय रमन टेक्नोलॉजी फॉर आत्मनिर्भर भारत रहा। यह विज्ञान भारती हरियाणा व एनआइटी कुरुक्षेत्र की संयुक्त प्रस्तुति रही। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवा वैज्ञानिकों को आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी तकनीक विकसित करना रहा। राष्ट्रीय विज्ञान संचार और सूचना संसाधन संस्थान नई दिल्ली की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल मुख्यातिथि रही।

प्रो. रंजना अग्रवाल ने देश और विश्व के कल्याण के लिए भारतीय विज्ञान की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं द्वारा हमारे देश और दुनिया की वर्तमान मांग के अनुसार किए गए कुछ महत्वपूर्ण योगदानों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विज्ञान में ही जीवन है। प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता को समझना चाहिए। विशिष्ट अतिथि विज्ञान भारती के राष्ट्रीय सचिव प्रवीण रामदास रहे। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को आज स्वदेशी उत्पादों को अपनाना होगा। इससे देश का विकास होगा। भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अश्वनी कुमार ने स्थानीय उद्योगों के सहयोग से वैज्ञानिक समुदाय में उत्पादन के विकास के लिए जोर दिया।

मुख्य वक्ता के डा. यशचंद्र द्विवेदी ने सीवी रमन की जीवनी पर अपने विचार सांझा किए। उन्होंने विभिन्न भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का हवाला देकर प्रतिभागियों को प्रेरित किया। विज्ञान भारती हरियाणा के अध्यक्ष डा. जवाहर लाल ने अतिथियों का स्वागत किया। गूगल मीट प्लेटफार्म पर देश के विभिन्न हिस्सों के 100 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन में विज्ञान भारती हरियाणा के सचिव डा. अनुराग गौड़ ने सबका आभार जताया।

chat bot
आपका साथी