विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल करें पुख्ता प्रबंध : सुखबीर
कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकना होगा। इसके लिए अब स्कूलों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जरूरत है क्योंकि जिले में अब अधिकतर पॉजिटिव केस स्कूली विद्यार्थियों के आ रहे है। इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकना होगा। इसके लिए अब स्कूलों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जरूरत है, क्योंकि जिले में अब अधिकतर पॉजिटिव केस स्कूली विद्यार्थियों के आ रहे है। इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे। इसके अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों का औचक निरीक्षण करना होगा और स्कूलों में कोविड-19 की गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवानी होगी।
सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के केस लगातार बढ़ रहे है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अपनी पूरी तैयारी रखनी होगी और अन्य संबंधित विभागों को स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करना होगा, ताकि इस योजना को कोरोना के बढ़ रहे केसों को न केवल कम किया जाए, अपितु कोरोना महामारी को समाप्त करने के प्रयास किए जा सके। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जरूरत है, क्योंकि अब अधिकतर पॉजिटिव केस स्कूल के विद्यार्थी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की चैकिग का शेड्यूल तैयार करे और स्कूलों से अधिक से अधिक सैंपल एकत्रित करवाएं।
बच्चों पर दिया जाए ध्यान सभी स्कूलों में विशेषकर बच्चों पर अधिक ध्यान दिया जाए। स्कूलों के प्रवेश द्वार पर बच्चों को मास्क लगाना सुनिश्चित किया जाए। थर्मल स्केनिग की जाए। सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाए और शारीरिक दूरी जैसे नियमों की पालना करवाई जाए। अगर किसी स्कूल में विद्यार्थी को खांसी, जुखाम, बुखार या अन्य लक्षण है, उसका सही चैकअप करवाने के बाद घर में आइसोलेट किया जाए।
हर सप्ताह ली जाएं प्रिसिपलों की बैठक
शिक्षा विभाग को स्कूलों में विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे, ताकि विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों पर लगाम लगाई जा सके। वहीं शिक्षा विभाग प्रत्येक सप्ताह स्कूलों के प्रिसिपलों की बैठक ले। जिसमें मास्क को जन-आंदोलन बनाकर लोगों में जागरूकता लाई जा सकें। इसके लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें। इसके अलावा पुलिस व अन्य संबंधित विभाग बिना मास्क वालों के चालान करे, ताकि आमजन में जागरूकता लाई जा सके।